बहुत ही मार्मिक व भावुक क्षण
आज जब मैं दोपहर को 1 बजे के करीब मेरे स्टुडेन्ट (होम ट्यूशन) दिव्यांश को ट्यूशन करा रहा था तभी रूम के दरवाजे पर कुछ धड़ाम से गिरने की आवाज़ आयी। बाहर झांकने पर एक #चिड़िया #अधमरी सी आंगन में #तडपती हुई दिखी।
(शायद भयंकर धूप में प्यास के कारण चक्कर खाकर मूर्च्छित होकर गिर पड़ी)
मैंने तुरंत मेरे स्टूडेंट से पानी लाकर उस चिड़िया पर हल्के से छिड़काव करने को कहा जब दो कप पानी चिड़िया को छिड़काव किया तब जाके बिचारी कुछ हौस में आयी । बाद में उसको मैंने कप से ही पानी पिलाया लगभग आधा कप पानी पीने के बाद चिड़िया पुनः स्वच्छंद होकर उड़ गयी।
यह 5 मिनट की मार्मिक दृश्य को देखकर मन करूणामय हो गया एक तरफ मूर्छित चिड़िया को देख बहुत दु:ख हुआ और दूसरी तरफ जब पानी मिलने के बाद जो वो पुनः खुले आसमान में ऊड़ी तो बहुत प्रसन्नता महसूस हूई।
भगवान का धन्यवाद है कि बिचारी चिड़िया हमारे पास आ गिरी और समय पर उसे मदद मिल गई। अगर कहीं और गिरती जहाँ कोई मदद नहीं मिलती तो शायद ही जिन्दा बच पाती।
इसलिए आप सभी से मैं हाथ जोडकर विनम्रता पूर्वक निवेदन करता हूँ कि अपने घर/दुकान/ओफिस व आसपास जहां पक्षी विचरण करते दिखे उन जगहों पर पक्षियों के लिये दाने-पानी (परींडो) की व्यवस्था जरूर करें और दूसरों को भी इसके लिये प्रेरित करें।
मुझे विश्वास है कि आप जरूर करेंगे। धन्यवाद
जीवमात्र के प्रति हमेशा दयाभाव रखें। इससे बढ़कर कुछ नहीं।
( जब वह चिड़िया कप से पानी पीते समय करूणामय नजरों से मेरी तरफ देख रही थी वह क्षण मेरे दिल को छू गया ।)

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