बालोतरा/31.05.2018
बालोतरा में महिलाओं का स्वयं सहायता समूह पिछले कई वर्षों से मानव सेवा के कार्य कर रहा है। श्री राधे सेवा महिला मंडल बालोतरा का संगठन 2009 में श्रीमती गायत्री दवे द्वारा किया गया जिसमें 50 महिलाएं शामिल थी और यह संख्या लगातार बढ़ते हुए 500 महिलाओं तक पहुंच चुकी है यह संगठन पिछले कई सालों से गौशाला में चारे पानी की व्यवस्था कर रहा है इसके अलावा नारायण सेवा संस्थान में हर साल 18 दिव्यांग बच्चों के ऑपरेशन के लिए सहायता कर रहा है और हर साल 300 गरीब व बुजुर्ग महिलाओं को निशुल्क धार्मिक स्थलों की यात्रा करवाते हैं ।
पिछले एक साल से बालोतरा रेल्वे स्टेशन प्रलेटफोर्म पर आने जाने वाले यात्रियों को निशुल्क पानी पिलाने का कार्य कर रहे हैं। 2 महीने पहले रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म पर पिछले 25 सालों से लावारिस रुप सेेे घूम रहे बाबूलाल नाम के मानसिक रुप से विक्षिप्त व्यक्ति को नहा धुलाकर उसकी देखरेख करते हुए मुख्यधारा में लाने की कोशिश कर रहे हैं।
उनके साथ इन कार्यों के लिए गजरा देवी, सुंदर, कमला, तुलसी, तारा देवी, लीला राठौड़, सरला व गिगी बाई सभी महिलायें सहयोग करती हैं।
बालोतरा में महिलाओं का स्वयं सहायता समूह पिछले कई वर्षों से मानव सेवा के कार्य कर रहा है। श्री राधे सेवा महिला मंडल बालोतरा का संगठन 2009 में श्रीमती गायत्री दवे द्वारा किया गया जिसमें 50 महिलाएं शामिल थी और यह संख्या लगातार बढ़ते हुए 500 महिलाओं तक पहुंच चुकी है यह संगठन पिछले कई सालों से गौशाला में चारे पानी की व्यवस्था कर रहा है इसके अलावा नारायण सेवा संस्थान में हर साल 18 दिव्यांग बच्चों के ऑपरेशन के लिए सहायता कर रहा है और हर साल 300 गरीब व बुजुर्ग महिलाओं को निशुल्क धार्मिक स्थलों की यात्रा करवाते हैं ।
पिछले एक साल से बालोतरा रेल्वे स्टेशन प्रलेटफोर्म पर आने जाने वाले यात्रियों को निशुल्क पानी पिलाने का कार्य कर रहे हैं। 2 महीने पहले रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म पर पिछले 25 सालों से लावारिस रुप सेेे घूम रहे बाबूलाल नाम के मानसिक रुप से विक्षिप्त व्यक्ति को नहा धुलाकर उसकी देखरेख करते हुए मुख्यधारा में लाने की कोशिश कर रहे हैं।
उनके साथ इन कार्यों के लिए गजरा देवी, सुंदर, कमला, तुलसी, तारा देवी, लीला राठौड़, सरला व गिगी बाई सभी महिलायें सहयोग करती हैं।
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