इस तरह दूर करें एग्जाम का प्रेशर..
कोटा.एग्जाम का डर किसे नही होता जब एग्जाम बोर्ड का हो तो स्टूडेन्ट्स पर दबाव बढऩे के साथ -साथ यह डर और बढ़ जाता है लेकिन डर को दूर करती है विद्यार्थी की मेहनत। स्कोर करना इतना कठिन भी नही है, थोड़ी प्लानिंग और कुछ आसान तरीकों को जानकर न सिर्फ आपकी घबराहट दूर होगी बल्कि आप नम्बरों के मामले में भी किसी से पिछे नही रहेगें।

बोर्ड परीक्षा सिर पर है अब घरों में माहौल भी पूरी तरह बदलता नजर आ रहा है। 10 वीं और 12 वीं के छात्र-छात्राओं का अब पूरा फोकस एग्जाम पर है। घर में भी अब पूरी तरह माहौल पढ़ाई का ही नजर आ रहा है खास तौर पर पैरन्ट्स अपने बच्चों से खासी उम्मीद लगाए है। परीक्षा में विद्यार्थी सफलता प्राप्त करे इसी को लेकर ऐसे कई टिप्स बताए जा रहे है , जिन्हें परीक्षा के समय अपनाकर एग्जाम फोबियों को बॉय- बॉय कह सकते है।

ब्रेन पावर बढ़ाने के लिए 
सुबह की पढ़ाई-
वैसे तो सभी जानते हैं कि सुबह पढऩा कितना लाभदायक है क्योंकि एक अच्छी नींद के बाद आप एकदम ताजा और ऊर्जा से भरे होते हैं। सुबह के समय शांति का भी माहौल रहता है और पढ़ाई आप लंबे समय तक याद रखते हैं।

अच्छा खाएं-
अक्सर एग्जाम के डर से विद्यार्थी खाने से दूरी बना लेते है लेकिन परीक्षा में फोकस और अच्छे नंबर के लिए आपको अच्छा खाना भी होगा। आपकी डाइट ऐसी होनी चाहिए जिसमें प्रोटीन की मात्रा अधिक से अधिक हो।

समय प्रबंधन-
किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने का पहला नियम टाइम मैनेजमेंट होता है। आप अच्छे नंबर पाने के लिए टाइम मैनेजमेंट पर विशेष ध्यान दें। हर विषय को समय के अनुसार बांट लें। जिस विषय में आपकी पकड़ कमजोर है, उसे ज्यादा से ज्यादा समय दें, जो टॉपिक हमें आते हैं उनको हम अक्सर दोहराने के लिए पूरा समय नहीं देते। ये गलती न करें, बल्कि विषय के लिए बराबर का समय निश्चित करें।


कॉन्सेप्ट को समझें-
सिलेबस के हिसाब से हमेशा तैयारी ना करें। हर बार इसका काम करना जरूरी नहीं है। आवश्यक है कि आप पहले विषय को समझें और फिर आगे बढ़ें। कई बार क्या होता है कि आप रटकर एग्जाम में जाते हैं और अगर प्रश्नपत्र में सवाल थोड़ा अलग हो जाता है तो घबराहट होती है, ऐसे में आप विषय को समझकर एग्जाम में बैठेंगे तो हर तरह से जवाब देने के लिए तैयार होंगे।

नोट्स बनाएं
यह जांचा और परखा हुआ नियम है। नोट्स हमेशा आपकी मदद करेंगे। जब भी आप पढ़ें या रिवीजन करें तो ध्यान से उसके नोट्स बनाते चलें।

सैंपल पेपर-
सैंपल पेपर यह काफी कारगर हो सकता हैं, पिछले कुछ सालों के प्रश्नपत्रों को आप इकठ्ठा कर कई सवालों को जान सकते हैं। उन प्रश्नों को हल करें इससे आपके अंदर विश्वास पैदा होगा। साथ ही सिलेबस भी पूरा किया जा सकेगा।

टालें नहीं-
कल करें सो आज कर, आज करे सो अब इस कहावत को हमेशा याद रखें। अक्सर बच्चे पढ़ाई टालते हैं और बाद में पूरा सिलेबस देखकर दवाब में आ जाते हैं। अधूरा काम बाद में करने से आपके रिजल्ट पर असर पड़ता है। प्रतिदिन लक्ष्य निर्धारित करें और उसी के हिसाब से तैयारी शुरू करें।

ASO NEWS

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