-सब मिलकर ले ये संकल्प प्रतिमाओं की दुर्दशा इस बार नही

-प्रवीण कुमार बोथरा, बाड़मेर

अपने ईश्वर के प्रति आस्था और श्रद्धा को अटूट बनाये रखने के लिए आज़ाद युवा ग्रुप 2005 से लगातार 11 दिवसीय गणेश महोत्सव का आयोजन कर रहा है। बाड़मेर में पहली बार इस भव्य आयोजन का श्री गणेश भी इसी ग्रुप ने किया था। हमारा ये प्रयास सफल भी रहा अब बाड़मेर के हर गली मोहल्ले के साथ साथ जिले के कई गांवों में भी इसका आयोजन होने लगा है।



 

बढ़ती श्रद्धा और आस्था को देखकर हम बड़े खुश थे। मगर बीते दो सालों से विसर्जन के बाद जो मूर्तियों के हालत को देख रहे उससे देखकर असहनीय पीड़ा भी हो रही है। हमें लगने लगा कि कही ना कही इस पाप के भागी हम है। ग्रुप ने जिस मकसद से इसे प्रारम्भ किया था यकीनन हम उससे भटकते नजर आ रहे है। हमारें ग्रुप की ओर से ये हाथ जोड़कर निवेदन है कि अटूट आस्था और विश्वास के इस पर्व को पाप का पर्व ना बनाये। 




दिखावे से दूर ऐसी ही प्रतिमा लाये की उसका आराम से विसर्जन किया जा सके। संभव हो तो मिट्टी के गणेश जी ही बनावें। जलाशयों में इतना पानी नही है कि उसमें बड़ी प्रतिमाओं का विसर्जन संभव हो। बाद में खंडित प्रतिमाएं दुर्दशा का शिकार होगी। पिछले वर्ष आपने देखा होगा जब आप जसदेर गए होंगे। समाचार पत्रों ने भी इस इस हालत को बयां किया था।  हम सब  पूण्य की बजाए पाप के भागी ना बनें। श्रद्धा और आस्था के इस पर्व को पूर्ण निष्ठा से प्रेम पूर्वक मनाएं। 


ग्रुप ने इस आस्था को बनाये रखने के लिए 2014 में जोधपुरी पत्थर प्रतिमा का निर्माण कराया और अब प्रति वर्ष 1 फ़ीट के गणेश जी प्रतिमा का विसर्जन करते है। ग्रुप की ओर से ये निवेदन है जो भी संगठन, मोहल्ला,संस्थान वो ये प्रयास करें कि मिट्टी के गणेश जी, इको फ्रेंडली गजानंद जी की प्रतिमा लाये या छोटी प्रतिमा लाये जिससे कि विसर्जन आसानी से भाव पूर्वक किया जा सकें।निवेदक-आज़ाद युवा ग्रुप,बाड़मेर

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