काेराेना महामारी से निपटने के लिए प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी है। जल्द ही जिले के हेल्थ वर्कर काे काेराेना वैक्सीन लगाई जाएगी। 18 हजार हेल्थ वर्कर और ढाई हजार चिकित्साकर्मियाें काे यह वैक्सीन लगाई जाएगी। इस वैैक्सीन के लिए चिकित्साकर्मी चिह्नित किए गए हैं।
पहले चरण में हाइरिस्क जोन में माने जाने वाले हैल्थ वर्कर को कोरोना की वैक्सीन लगाई जाएगी। कोरोना वैक्सीन की तैयारियों के लिए जिला स्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया। इस टास्क फाेर्स की पहली बैठक बुधवार काे जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित की अध्यक्षता में आयाेजित की गई।
कलेक्टर ने बताया कि सबसे पहले वैक्सीन हाइरिस्क जोन में आने वाले हेल्थ वर्कर को लगेगी। जिले में सरकारी और निजी क्षेत्र के करीब 18 हजार हैल्थ वर्कर शामिल हैं। इनमें डॉक्टर्स, नर्स, नर्सिंग स्टाफ, सफाईकर्मी, सपोर्ट स्टाफ, अस्पताल स्टाफ आदि शामिल हैं। इन्हें टीका लगाने के लिए जिले में ढाई हजार चिकित्साकर्मी चिह्नित किए गए हैं। वैक्सीन बूथों का जल्द निर्धारण होगा। इनमें प्रत्येक बूथ पर चिकित्सा व सपोर्टिंग स्टाफ के साथ ही पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगे। बैठक में वैक्सीन आने पर स्टोरेज, फ्रीज, ट्रांसपोर्ट, सुरक्षा और व्यवस्थाओं को लेकर भी चर्चा की गई। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को निर्देश दिए गए कि स्टोरेज के स्थान, सही तापमान वाले डीप फ्रीज और ट्रांसपोर्ट के लिए उपयुक्त वाहनों का चयन करके रखें। बैठक में पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप, सीईओ नगर निगम डॉ. खुशाल यादव, एडीएम सिटी विशाल दवे, सीएमएचओ डॉ. के.के. सोनी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
जिलास्तरीय टास्क फोर्स : टास्क फाेर्स के अध्यक्ष कलेक्टर हाेंगे। सीएमएचओ कन्वीनर, एसपी, सीईओ जिला परिषद, पीएमओ अधीक्षण अभियंता एवीवीएनएल, आरटीओ, उप निदेशक आईसीडीएस एवं आरसीएचओ सदस्य होंगे।
195 नए संक्रमित मरीज मिले , 2 की माैत
अजमेर जिले में बुधवार काे 195 नए काेराेना संक्रमित मरीज सामने आए हैं। इन मरीजाें के साथ ही जिले में काेराेना पाॅजिटिव मरीजाें की संख्या बढ़कर 20 हजार 271 हाे गई है। वहीं जेएलएन में उपचार के दाैरान दाे और काेराेना संक्रमितों की माैत हाेने के बाद मृतकों की संख्या 437 हो गई है। राज्य सरकार के आदेशाें के बाद चिकित्सा विभाग ने डिस्पेंसरियाें पर नियमित जांच की सुविधा शुरू कर दी लेकिन यहां पर भी पहले आओ पहले पाओ की तर्ज पर जांच हाे रही है। डिस्पेंसरी पर सुबह दस बजे जांचें शुरू करने के लिए पंजीयन कराना हाेता है। एक डिस्पेंसरी पर अधिकतम 20 से 25 लाेगाें की जांचें की जा रही है। सैंपलिंग कम हाेने से मरीज भी कम आ रहे हैं। जेएलएन में पांच साै से छह साै के बीच सैंपलिंग हाेती है। जेएलएन में अजमेर शहर में औसतन आठ साै से नाै साै सैंपल जांच के लिए आते हैं। सैंपल बढ़ा दिए जाएं ताे संक्रमिताें की संख्या भी बढ़ सकती है।
जिले में काेराेना संक्रमित मरीजाें का आंकड़ा बढ़कर 20 हजार 271 हुआ, मरने वालाें की संख्या 437 तक पहुंची
- आंकड़ाें की जुबानी |
- जेएलएन में 163 संक्रमित भर्ती
- काेविड वार्ड में 54 भर्ती
- 60 सस्पेक्ट भर्ती
- काेविड में 107 पुरुष और 56 महिलाएं भर्ती हैं
- ऑक्सीजन पर 100, वेंटीलेटर पर 6 बाईपेप पर 26, एनआरबीएम पर 18 मरीज
- 347 पलंग आरक्षित, 284 खाली
- 50 निगेटिव उपचाररत।
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