एसपी ने ली आशाओ की सुरक्षा की जिम्मेदारी
बाड़मेर-05 मार्च aso news barmer
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा जिला स्तर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बी.एल. बिश्नोई के निर्देशानुसार आशा सहयोगिनियों को पांच दिवसीय महिला हिंसा पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है, प्रशिक्षण के दोरान पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने प्रशिक्षण में उपस्थित समस्त आशाओ को शारीरिक हिंसा, योनिक हिंसा, आर्थिक हिंसा, भावनात्मक हिंसा के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी दी गई, महिलाओ के साथ भेदभाव का चक्र उनके जन्म से पह्ले से ही शुरू हो जाता है, जहाँ लडकियों के मुकाबले लड़को को ज्यादा महत्व दिया जाता है, ये भेदभाव और असमान सामाजिक दर्जा महिलाओ पर होने वाली हिंसा के मूल कारण है| भार्गव ने आशाओ को जागरूक किया की हम सब की जिम्मेदारी है किसी का परिवार टूटे नही, आप द्वारा ग्रह संपर्क के दोरान महिलाओ की समस्याओ को सुनकर उनका समाधान ग्राम स्तर भी कर सकती है |
कार्य क्षेत्र में कार्य के दोरान किसी भी प्रकार की समस्या आने पर आप पुलिस प्रशासन को सूचित करे, आपकी सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की रहेगी, यह आपको विश्वास दिलाता हु, आपकी समस्याओ का निराकण निश्चित रूप से किया जायेगा, महिलाओ के साथ घटित अपराधो के संबन्ध में अपराध धाराओ को लेकर जागरूक किया गया |
जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी ने बताया की प्रशिक्षण के दोरान महिलाओ के साथ होने वाली हिंसा समाज में फेली सांस्कृतिक असमानता के कारण है, इस पर आवाज उठाने के लिए समुदाय में लगातार जागरुकता एवं एकजुटता लाने के लिए आशाओ की अहम भूमिका है, महिलाओ के साथ घर के अंदर या बाहर हिंसा हो सकती है | साथ ही आशाओ को बताया की परिवार की सुरक्षा के लिए गाड़ी चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करे, नशा करके वाहन नही चलाए | आशा सहयोगिनी मीनाक्षी, रेशमी, सुआ, भंवरी, लीला परमार, धनु कँवर ने महिला हिंसा पर अपने अपने विचार व्यक्त किये.
पुलिस अधीक्षक ने आशाओ द्वारा किये जा रहे स्वास्थ्य कार्यो की प्रशंसा की | प्रशिक्षण के दोरान बीएचएस राजेश कुमार, खियाराम, भगवांनचन्द, चेलाराम एवं खण्ड चोहटन, बाड़मेर, शिव, धोरीमन्ना व सिणधरी की आशा सहयोगिनियां उपस्थित रही।
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