कुशल वाटिका में होगा आचार्यश्री के वर्षीतप का पारणा, संघ स्वामी-वात्सल्य का रहेगा आयोजन


बाड़मेर । 02.05.2022 । ASO news barmer
थार नगरी बाड़मेर में जैन साधर्मिक वर्षीतप समिति, बाड़मेर की ओर से वर्षीतप के आराधकों की अनुमोदनार्थ आयोजित त्रि-दिवसीय तपोत्सव के दूसरे दिन सोमवार को अवंति तीर्थाेद्धारक, खरतरगच्छाधिपति प. पू. आचार्य भगवन्त श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वर मसा., 21वें वर्षीतप के तपस्वी रत्न, प. पू. आचार्य भगवन्त श्री कवीन्द्रसागरसूरीश्वरजी मसा. तथा ब्रह्मसर तीर्थाेद्धारक, आचार्य भगवन्त श्री जिनमनोज्ञसूरीश्वर जी मसा एवं आदि ठाणा साधु-साध्वी भगवन्तों की पावन व मंगलकारी निश्रा में जैन न्याति नोहरे से तपस्वी वरघोड़ा आयोजित हुआ ।


आराधना भवन में आयोजित धर्मसभा में अवंति तीर्थाेद्धारक, खरतरगच्छाधिपति प. पू. आचार्य भगवन्त श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वर मसा.ने अपने मंगल उद्बोधन में कहा कि जीवन में किसी भी कार्य की प्रतिक्रिया से पूर्व भाविकजन को परिणाम पर एक नही सौ बार विचार करना चाहिए । क्रिया के फलस्वरूप प्रतिक्रिया तो सहज और भावावेश में हो जाती है परन्तु उसके परिणाम से हम अनभिज्ञ रहते है । ऐसे में हमें हर क्षण होने वाली क्रिया-प्रतिक्रिया को कार्य रूप में लाने से पूर्व उसके परिणाम पर गहनता से विचार करने की जरूरत है । गुरूदेवश्री ने कहा कि बहुमान हमेशा अच्छे कार्याें का ही होता है । बुरे अथवा गलत कार्य करने वाले लोगों का बहुमान कभी नही होता है । 


महोत्सव के मीडिया प्रभारी मुकेश बोहरा अमन ने बताया कि तपस्वी वरघोड़े को साधु भगवन्तों को मांगलिक पश्चात समारोह के मुख्य अतिथि राज्य गोसेवा अध्यक्ष व बाड़मेर के लोकप्रिय विधायक मेवाराम जैन, जैन श्रीसंघ अध्यक्ष प्रकाशचन्द वडेरा, समिति अध्यक्ष सुरेन्द्र छाजेड़ फौजी सहित अतिथियों ने जैन पताका फहरा कर रवाना किया । विधायक मेवाराम जैन ने तपस्वियों की अनुमोदना करते हएु कहा कि जीवन में धर्म के पथ पर निरन्तर आगे बढ़ते हुए स्व और सबका कल्याण ही सच्ची भक्ति और तपस्या है । जैन न्याति नोहरे से गाजे-बाजे, ढ़ोल-ढ़माकों व बैण्ड-बाजों के साथ प्रारम्भ हुआ तपस्वी वरघोड़ा दरियागंज, करमूजी की गली, महाबर रोड़, विद्यापीठ, ढ़ाणी बाजार, जवाहर चौक, छोटी ढ़ाणी, कल्याणपुरा, शिवकर मार्ग से हमीरपुरा होते हुए आराधना भवन पहुंचा । तपस्वी वरघोड़े में वर्षीतप के आराधकों को रथ में बिठाकर शहर भर में उनके तप की अनुमोदना की गई और लोगों ने उनका जोरदार स्वागत व अभिनन्दन किया । 


जैन साधर्मिक वर्षीतप समिति के अध्यक्ष सुरेन्द्र छाजेड़ फौजी ने बताया कि वरघोड़े के आराधना भवन पहुंचने पर धर्मसभा का आयोजन हुआ । जिसमें कपिल बोथरा सांचोर ने समिति की ओर से सभी आगन्तुक गणमान्य नगारिकों, माताओं-बहिनों व युवा साथियों व बच्चों का स्वागत व अभिनन्दन किया । धर्मसभा में प्रसिद्ध संगीतकार महावीर देसाई एण्ड पार्टी ने सुमधुर गीतों की प्रस्तुतियां दी । वहीं वर्षीतप आराधक जगदीश भाई जैन ने तपस्या गीत प्रस्तुत किया । 


समिति की ओर से सदस्य प्रवीण सेठिया ने साधु-साध्वी भगवन्तों को वन्दन करते हुए समस्त साधर्मिक बन्धुओं का आभार व धन्यवाद ज्ञापित किया । धर्मसभा का संचालन मुकेश बोहरा अमन ने किया । तपस्वी वरघोड़े में बड़ी संख्या में जैन समाज के गणमान्य नगारिक, माताएं-बहिनें, मण्डल कार्यकर्ता, युवा-साथी, बच्चे और समिति के सदस्यगण उपस्थित रहे । 

वर्षीतप आराधकों के पारणे आज, बहुमान के साथ संघ स्वामी-वात्सल्य का होगा आयोजन 

व्यवस्थापक गौतम संखलेचा सांख ने बताया कि महोत्सव के तीसरे दिन 03 मई को प्रातः 8.00 बजे से कुशल वाटिका के पावन प्रांगण में खरतरगच्छाधिपति प. पू. आचार्य भगवन्त श्री जिनमणिप्रभसूरीश्वर मसा., प. पू. आचार्य भगवन्त श्री कवीन्द्रसागरसूरीश्वरजी मसा. तथा आचार्य भगवन्त श्री जिनमनोज्ञसूरीश्वर जी मसा आदि ठाणा साधु-साध्वी भगवन्तों की पावन निश्रा में 21वें वर्षीतप के तपस्वी रत्न आचार्य भगवन्त श्री कवीन्द्रसागरसूरीश्वरजी मसा सहित वर्षीतप के आराधकों के पारणे, धर्मसभा, आराधकों के बहुमान आदि के साथ-साथ सकल जैन श्रीसंघ के लिए साधर्मिक स्वामी वात्सल्य का आयोजन रखा गया है । जिसमें साधर्मिक बन्धु सादर आमंत्रित है ।  

मुकेश बोहरा 

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