### संपादकीय ###
राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस 2017
*लोकतंत्र की मजबूती के लिये स्वतंत्र, निष्पक्ष और साहसिक पत्रकारिता आवश्यक है।
पर क्या आज ऐसी स्थितियां है?
मेरे विचार :- 
लोकतंत्र का चौथा स्तम्भ मीडिया या पत्रकारिता को माना जाता है। पत्रकारिता लोकतंत्र को मजबूत करता है लेकिन यह तभी सम्भव है जब पत्रकारिता स्वतंत्र निष्पक्ष और साहसिक हो। आज हम देखते हैं कि मीडिया का व्यवसायीकरण हो रहा है। ज्यादातर अखबारों व टीवी चैनल पर विज्ञापनों की भरमार रहती है जोकि पत्रकारिता के मुख्य उद्देश्य ( आम जनता की समस्याओं को उठाना ) को कम कर देता है। इसके अलावा कुछ मीडिया समूह क्षैत्रीय व आम नागरिकों से जुड़ी समस्याओं की खबरों को महत्व न देकर ज्यादा टीआरपी व मसालेदार चटपटी खबरों को ही महत्व देते हैं। इससे पत्रकारिता की ईमेज दिन प्रतिदिन आम जनता की नज़र में खराब हो रही है। इसलिए लोग अपनी समस्याओं को सोसियल मीडिया साईट्स के द्वारा अभिव्यक्त कर रहे हैं ।
Mahaveer Acharya BARMER
edition & chief
Acharya samachar online
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