अभ्यर्थियों ने इसे हास्यासपद और लापरवाही बताते हुए पूरी परीक्षा प्रणाली की जांच कराने की मांग भी है...


जयपुर। ASO NEWS

हाल ही आयोजित रेलवे ग्रुप डी की परीक्षा में शामिल हुए कई अभ्यर्थियों ने परीक्षा में गड़बड़ी की शिकायतें की है। इस संबंध में उन्होंने रेल मंत्री को पत्र भी लिखा है। इन अभ्यर्थियों का कहना है कि प्रश्न पत्र के कुल नंबर 100 थे, लेकिन कई अभ्यर्थियों के 100 में से 148 व 109 नंबर तक आए हैं। अभ्यर्थियों ने इसे हास्यासपद और लापरवाही बताते हुए पूरी परीक्षा प्रणाली की जांच कराने की मांग भी है।

कई छात्रों ने बताया कि उनके पास प्रमाण के तौर पर पंजीकरण नंबर भी हैं। जल्द से जल्द परिणाम में सुधार कर योग्य अभ्यर्थियों को राहत दी जानी चाहिए। वहीं, जांच व आवश्यक सुधार नहीं होने पर अभ्यर्थियों ने आंदोलन की चेतावनी दी है। गौरतलब है कि परीक्षा में लाखों अभ्यर्थी शामिल हुए थे।



वहीं इधर... 'व्यवस्था के प्रश्न हल कर रहे विद्यार्थी!, कुर्सी-टेबल ले जाते दिखे

सवाईमाधोपुर। 12वीं बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने वाली है, लेकिन इन दिनों बोर्ड परीक्षाओं में फर्नीचर का बोझा विद्यार्थी ढो रहे हैं। ऐसा ही आलम मंगलवार को गीता देवी आदर्श बामावि में देखने को मिला। जहां निजी स्कूली बच्चे बोर्ड परीक्षा के फर्नीचर को सिर पर, कंधे व हाथों में कुर्सी-टेबल उठाकर ले जाते दिखाई दिए। बोर्ड परीक्षा आगामी सात मार्च से शुरू हो जाएगी। इसके लिए जिले में कुल 27 केन्द्र बनाए गए हैं। बोर्ड परीक्षा के दौरान निजी स्कूल से सरकारी स्कूलों में फर्नीचर परिवहन की जिम्मेदारी संबंधित स्कूल संस्थान प्रधानों की होती है, लेकिन जिला मुख्यालय पर मंगलवार को अलग ही नजारा देखने को मिला। यहां निजी स्कूलों के बच्चे खुद हाथों में फर्नीचर उठाकर गीता देवी आदर्श उमावि में पहुंचाते नजर आए।

जानकारी के अनुसार करीब आठ-दस साल पहले बोर्ड परीक्षा में फर्नीचर की व्यवस्था के लिए टेण्डर जारी किए जाते थे। जहां केन्द्र रहता था, वहां बोर्ड ही फर्नीचर उपलब्ध करवाता था, लेकिन अब इसको खत्म कर दिया। अब निजी शिक्षण संस्थानों को ही फर्नीचर की व्यवस्थाएं करनी पड़ती हैं। इसके अलावा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती नहीं होने से भी कई स्कूलों में दिक्कत आ रही है। कई स्कूलों में तो चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक नहीं है।

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