
सेंट्रल जेल एक बार फिर सुर्खियों में है। कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई जेल में बैठकर हथियारों की खरीद-फरोख्त कर रहा है। लॉरेंस गैंग के पवन सोलंकी व मोंटू कंडारा गैंग के बीच गैंगवार हो सकती थी, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने हथियार बरामद कर लॉरेंस के साथी व शूटर भोमाराम को जेल से गिरफ्तार कर लिया। अब उसे पांच दिन के प्रोडक्शन वारंट पर लिया है। तीन दिन पहले महामंदिर पुलिस ने हथियार के साथ विजय को गिरफ्तार किया था।
पूछताछ में उसने बताया कि जेल में लॉरेंस के इशारे पर हथियारों की खरीद-फरोख्त की गई थी। महामंदिर थानाधिकारी सुमेरदान ने बताया कि बुधवार रात को एक किशोर को अवैध हथियार के साथ पकड़ा था, उससे भदवासिया ओवरब्रिज के निकट एक अवैध पिस्टल व दो जिंदा कारतूस जब्त किए थे।
किशोर से पूछताछ की तो उसने दो बदमाशों के नाम बताए थे। फिर पुलिस की स्पेशल टीम व थाना पुलिस ने दोनों बदमाशों शंभू भवन फतेह सागर मस्जिद के निकट रहने वाले विजय कुमार उर्फ काली और रामबाग महामंदिर निवासी वैभव कच्छवाह को हिरासत में लिया था। इन दोनों ने पूछताछ में बताया कि हथियारों की खरीद-फरोख्त के तार जेल से जुड़े हैं।
पंजाब व हरियाणा के गैंगस्टर लॉरेंस के गुर्गे भोमाराम को पांच दिनों के लिए प्रोडक्शन वारंट पर लिया है। विजय व भोमाराम को शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से भोमाराम को 23 जून व विजय को 21 जून तक रिमांड पर लिया है।
सोलंकी के साथी को तीन दिन पहले किया था गिरफ्तार
पवन के साथी राजीव को मंडोर पुलिस ने एक मामले में तीन दिन पहले गिरफ्तार किया था। उसे कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। इसी साल कमलेश सांखला अपहरण के मामले में आठ लाख रुपए की फिरौती मांगी थी, जो वसूल भी कर ली गई थी। मामले में राजीव को पुलिस ने उसी गुनाह में गिरफ्तार किया था।
लॉरेंस गैंग का करीबी सोलंकी फिलहाल फरार
पवन सोलंकी को लॉरेंस विश्नोई गैंग का काफी करीबी बताया जाता है। वहीं कंडारा की सोलंकी व लॉरेंस से पुरानी रंजिश है। पवन पर हत्या का प्रयास, लूट, अपहरण व धोखाधड़ी के दो दर्जन से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। पवन फिलहाल फरार चल रहा है।
सोलंकी व कंडारा के बीच तकरार
मंडोर थाने के हिस्ट्रीशीटर सोलंकी व कंडारा के बीच पुरानी तकरार है। सोलंकी लॉरेंस का काफी करीबी है। ऐसे में भोमाराम ने जेल से हथियार की खरीद-फरोख्त लॉरेंस के कहने से करवाई, ताकि सोलंकी व कंडारा के बीच उनके गुर्गे गैंगवार कर सकें।
लॉरेंस ने दी थी कंडारा को जान से मारने की धमकी
सूत्रों की मानें तो अवैध हथियार बेचने वाले आरोपी विजय ने पुलिस को पूछताछ में बताया था कि जेल में बैठे गैंगस्टर के इशारे पर ही हथियारों की खरीद-फरोख्त की गई थी। मामले में हिस्ट्रीशीटर मोंटू कंडारा की ओर से एक परिवाद भी पेश किया गया था, जिसमें उसने अपनी जानका खतरा होनाबताया था।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Via Dainik Bhaskar https://ift.tt/1PKwoAf
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें