(दिलीप सिंह पंवार) राज्य के 31,038 प्राइवेट स्कूलों में निशुल्क एडमिशन (राइट टू एजुकेशन) के लिए 8,40, 282 आवेदन आए हैं। यानि करीब एक सीट के लिए 27 छात्रों के बीच प्रतिस्पर्धा होगी। आरटीई में शिक्षा सत्र 2020-21 के लिए आवेदन की ऑनलाइन प्रक्रिया पूरी होने के बाद यह संख्या सामने आई है।

आरटीई एक्ट के तहत प्राइवेट स्कूलों में 25 फीसदी निशुल्क सीटों पर प्रवेश के लिए 9 जुलाई से 24 जुलाई तक आवेदन लिए गए थे। राज्य के 17,421 प्रारंभिक सेटअप के स्कूलों में 3,83,811 और माध्यमिक सेटअप के 13,617 निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए 4,56,136 बच्चों के अभिभावकों ने आवेदन किया है। आरटीई में प्रवेश के लिए राज्य में पात्र स्कूल 36,274 है।

वरीयता निर्धारण के बाद 7 अगस्त तक करना होगा स्कूल में रिपोर्ट
लॉटरी से स्टूडेंट का वरीयता क्रम आने के बाद अभिभावकों को 7 अगस्त तक संबंधित स्कूल में रिपोर्ट करना होगा। छात्र को 7 से 31 अगस्त तक संबंधित प्राइवेट स्कूल में प्रवेश मिलेगा। निशुल्क प्रवेश के लिए उन स्टूडेंट्स को प्राथमिकता मिलेगी, जो उस वार्ड के हो। यदि ऐसे आवेदनों की संख्या कम हो तो अन्य वार्ड के बच्चों को वरीयता अनुसार प्रवेश दिया जाएगा।

फर्स्ट क्लास में मिलेगा एडमिशन
चयनित स्टूडेंट्स को पहली क्लास में दाखिला मिलेगा। राज्य सरकार ने इस बार इसके कानून के नियमों में बदलाव किया है। अब निजी स्कूलों में प्री प्राइमरी कक्षाओं को इसके दायरे से बाहर कर दिया है।

5236 स्कूलों में आवेदन नहीं
5,236 स्कूलों में एक भी आवेदन नहीं हुआ है। निशुल्क प्रवेश के लिए छात्रों का वरीयता क्रम का निर्धारण 30 जुलाई को राज्य स्तर पर एनआईसी की ओर से निकलने वाली लॉटरी से ही होगा।



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प्रतीकात्मक फोटो।
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