बिलाड़ा थाना क्षेत्र के जैतीवास गांव में गांव-गांव जाकर कोयला बनाने वाले एक ही परिवार के तीन सदस्यों से नृशंस हत्या करने के मामले का राज खुल गया है। इस जघन्य हत्याकांड को मृतक के साथी श्रमिक मोतीराम पुत्र प्रेमप्रकाश सरगरा निवासी जैतीवास ने ही सोमवार रात को अंजाम दिया था। मृतक परिवार के मुखिया तथा आरोपी के बीच आपस में कहासुनी होने के कारण रात में वह कस्सी लेकर पहुंचा तथा ताबड़तोड़ वार कर एक मासूम समेत दंपती को मार डाला। आरोपी ने उसके दो अन्य बेटों को भी गंभीर रूप से घायल कर दिया था। इन दोनों काे घायलावस्था में जोधपुर ले जाया गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उससे सघनता से पूछताछ की जा रही है। इधर, मृतक परिवार के तीनों सदस्यों के शव उनके पैतृक गांव बिकरलाई पहुंचे। यहां पर गमगीन माहौल में समाज बंधुओं की मौजूदगी में अंतिम संस्कार कर दिया गया।
जोधपुर ग्रामीण एसपी राहुल बारहठ ने बताया कि सोमवार रात को किसी ने बिकरलाई निवासी जवरीलाल, उसकी पत्नी तथा उसके बेटे की हत्या कर दी थी। घटना में आरोपी के बारे में काेई जानकारी नहीं थी।
मृतक परिवार के दो घायल बच्चे भी कुछ भी नहीं बता रहे थे। इस जघन्य तिहरे हत्याकांड को खोलने के लिए विशेष टीम का गठन किया गया। टीम के सदस्यों ने इस मामले का राज खोलते हुए आरोपी को
गिरफ्तार कर लिया। आरोपी कोयले का काम करने वाले मृतक के साथ ही मजदूरी करता है।
तिहरे हत्याकांड की गंभीरता को देखते हुए अलग-अलग टीमें गठित की गई। मृतक जवरीलाल के साथ काम करने वाले व अन्य बदमाशों के बारे में सूचना एकत्रित की गई। इसमें मृतक जवरीलाल के पास मजदूरी करने वाला मोतीराम पुत्र प्रेमप्रकाश सरगरा उम्र 19 साल निवासी जेतीवास की भूमिका संदिग्ध पाई गई। पुलिस ने उसे बुलाकर गहनता से पूछताछ की। इस पर उसने हत्या करना स्वीकार कर लिया। मृतक जवरीलाल के साथ आरोपी की किसी बात को लेकर आपसी अनबन हो गई थी। इसके चलते ही आरोपी ने एक के बाद तीन जनों की हत्या करना कबूल कर लिया है। वारदात को खोलने में एएसपी सुनील के पंवार, डीएसपी हेमन्त नोगिया, सीआई मनीषदेव, जिला विशेष टीम प्रभारी सीआई नरेन्द्र पूनिया, राजीव भादू, एसआई रामकुमार मीणा, नन्दकिशोर वैष्णव, श्रवण भंवरिया, झूमरराम, देवाराम विश्नोई, मोहनराम, मदनलाल, कैलाश संतोष आदि का सहयोग रहा।

अनबन के बाद घर जाकर कस्सी लाया और निर्मम हत्या की
एसपी बारहठ ने बताया की सोमवार की रात लगभग 8-9 बजे दोनों झोपड़े में साथ ही थे। इस दौरान किसी बात को लेकर दोनों में आपसी अनबन हो गई। इसके बाद गुस्सा होकर वह घर चला गया। कुछ समय बाद अपने साथ कस्सी औजार लेकर पहुंचा तथा वहां सो रहे जवरीलाल पर कस्सी से वार कर हत्या कर दी। आवाज सुनकर पत्नी व बच्चे भी जग गए। पहचान जाने के डर से आरोपी ने पत्नी तोला व बेटे विक्रम पर भी कस्सी से वार किए। इससे दोनों की भी मौत हो गई। आरोपी ने जाते-जाते जवरीलाल के पुत्र घनश्याम व पुत्री सोनिया पर भी कस्सी से वार किए थे। घटना में वे दोनों भी घायल हो गए। आरोपी मोतीराम का घर जेेतीवास गांव में ही है। आरोपी को गुरुवार को कोर्ट में पेश कर उसे रिमांड पर लिया जाएगा।

एक साथ निकली तीन अर्थियां, हर आंख से निकले आंसू
बिकरलाई गांव में बुधवार सुबह परिवारों के तीनों सदस्यों के शव पहुंचने पर उनका गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया गया। मृतकों की अर्थियां एक साथ ही निकली। इस दौरान हर शख्स गमगीन होने के साथ ही उनकी आंखों से अश्रुधारा भी बह रही थी। बिकरलाई गांव में बावरी समाज के लोगों व ग्रामीणों की मौजूदगी में तीनों शवों का अंतिम संस्कार किया गया।



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Together, the laborer had taken the lives of the three, had slept with Kassi on falling asleep
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