
30 नवंबर काे कार्तिक मास की अंतिम तिथि पूर्णिमा है। इस दिन शुभ मुहूर्त हाेने से शहर व जिले में 500 से अधिक शादियां हाेगी। इस वजह से शहर के अधिकांश हाॅल, हाेटल व गार्डन बुक हैं। देवउठनी एकादशी के बाद दूसरा शुभ याेग है। पंडित राजेंद्र व्यास के अनुसार इस दिन पवित्र नदियाें में स्नान करने की परंपरा है। स्नान के बाद दीपदान, पूजा, आरती और जरुरतमंदाें काे दान किया जाएगा, लेकिन इस बार काेराेना के कारण सामूहिक स्नान नहीं हाे पाएंगे। धानेश्वर आदि जगह लगने वाले मेले नहीं लगेंगे।
सामूहिक कार्यक्रम भी नहीं हाे पाएंगे। इस तिथि पर गुरुनानक देव की भी जयंती है। इस तिथि पर भगवान विष्णु का मत्स्य अवतार हुआ था। इस पूर्णिमा काे त्रिपुरारी पूर्णिमा और देव दिवाली भी कहा जाता है। एक अन्य मान्यता है कि इस दिन देवताओं की दीपावली हाेती है। इसलिए इसे देव दीपावली भी कहते हैं। इस दिन से कार्तिक मास के स्नान समाप्त हाे जाएंगे। इस दिन पवित्र नदी में स्नान, दीपदान, पूजा, आरती, हवन और दान का बहुत महत्व है।
शीतल पेय की बजाय दे रहे स्वास्थ्य वर्धक पेय पर ध्यान
शादी की दावत में सारे गेस्ट एक ही लाइन में नहीं लगे रहे, इसे देखते हुए पूरा बुफे अलग-अलग जगहाें पर लगाया जा रहा है। कई हाेटलाें ने कस्टमर की डिमांड पर करीब 20 डिशेस ही पराेसने का प्लान बनाया है। खास बात यह है कि डिशेस इस बार शादियाें में भले ही खाना कम बने, लेकिन प्लेट दाम में काेई काॅम्प्राेमाइज नहीं किया गया है। कई शादियाें में सूप की जगह विशेष रूप से इम्युनिटी बूस्टर काढ़े की डिमांड की है। काेल्ड ड्रिंक के बजाय हेल्दी ड्रिंक पर ध्यान दिया जा रहा है।
विवाह स्थलाें के बाहर नाे मास्क-नाे एंट्री बाेर्ड
कार्तिक पूर्णिमा काे शुभ मुहूर्त माना जाता है। इस दिन 8 रेखा का सावा हाेने के साथ ही लाॅकडाउन के कारण जिनका विवाह नहीं हाे पाया, उनके विवाह हाेने से बड़ी मात्रा में शादियां हाेंगी। अधिकांश विवाह स्थल बुक हाे गए। कई विवाह स्थलाें के बाहर नाे मास्क नाे एंट्री के बाेर्ड लगा रखे हैं। इसके अलावा सेनिटाइजर की बाेतलें व मास्क भी रखवाए जा रहे हैं।
गुरुद्वारा खुलेंगे, अखंड पाठ होगा, भीड़ नहीं होने देंगे
सिंधुनगर स्थित गुरुद्वारा में गुरुनानकदेव की जयंती सादगी से मनाई जाएगी। संगत के लिए गुरुद्वारा दिनभर खुला रहेगा। मास्क लगाकर व साेशल डिस्टेंस से दर्शन किए जा सकेंगे, लेकिन इस बार लंगर व सामूहिक कार्यक्रम नहीं हाेंगे। गुरुद्वारा गुरुनानक सभा के सचिव ऋषिपाल सिंह ने बताया कि शनिवार से ही अखंड पाठ शुरू हुए, जिनकी समाप्ति भी 30 नवंबर काे हाेगी। काेराेना संक्रमण काे लेकर सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन की पालना के चलते इस बार प्रभातफेरी नहीं निकाली जा रही है।
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