कोरोना काल में बीतने वाले वर्ष 2020 का आखिरी सावा 11 दिसंबर को है। इसके बाद 16 दिसंबर से धनु मलमास लग जाएगा। नए साल यानी 2021 में 24 अप्रैल से सावों की नियमित शुरुआत होगी। इससे पहले 16 फरवरी को बसंत पंचमी और 15 मार्च को फुलेरा दूज का सावा रहेगा। पंडितों के मुताबिक इस साल एक जुलाई को देवशयनी एकादशी के बाद से विवाह, मांगलिक व शुभ कार्य बंद हो गए थे जो अधिकमास से करीब पांच महीने बाद 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी के अबूझ मुहूर्त से फिर शुरू हुए।
इस साल नवंबर व दिसंबर में मात्र 9 सावे ही रहे। इसके बाद 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक धनु मलमास रहेगा। उसके बाद 19 जनवरी 2021 को सुबह 11.30 बजे गुरु तारा पश्चिम दिशा में अस्त होकर 16 फरवरी को सुबह 7.30 बजे पूर्व दिशा में उदय होगा। 14 फरवरी को सुबह 11.15 बजे शुक्र तारा पूर्व में अस्त होगा, जो 18 अप्रैल को उदय होगा। 21 से 28 मार्च तक होलाष्टक रहेंगे। 14 मार्च को सूर्य के मीन राशि में प्रवेश के साथ मीन मलमास शुरू हो जाएगा। 13 अप्रैल को सूर्य के मेष राशि में प्रवेश करने पर मीन मलमास समाप्त होगा।
इस साल ये शेष रहे मुहूर्त |
दिसंबर 2020 : 1, 7, 9, 10 व 11
नए साल में जुलाई तक
- यह मुहूर्त्त | जनवरी 2021 : सावा नहीं।
- फरवरी : 16 को बसंत पंचमी का अबूझ सावा।
- मार्च : 15 को फुलेरा दूज का अबूझ सावा।
- अप्रैल : 22, 23, 24, 25, 26, 27,28, 29 व 30
- मई : 1, 2, 3,7, 8,9, 14, 19,21, 22, 23, 24,26, 27, 28, 29 व 30
- जून : 5,6, 15,16, 18, 19, 20,22, 24 व 30
- जुलाई : 1,2,3,7,12,15 व 16
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