बेगूं क्षेत्र के रायती निवासी सरपंच पति हेमराज धाकड़ पर गत हुए जानलेवा हमले का मामला सोमवार को फिर गर्मा गया। सैकड़ाें ग्रामीण सहित धाकड़ पंचायत के लोग घायल को पलंग पर लेकर कलेक्ट्रेट आ गए। हेमराज धाकड़ न्याय दिलाओ समिति के बैनरतले न्याय यात्रा के नाम से यह जमावड़ा 70 किमी दूर बेगूं से वाहनों में रवाना हुआ, जो शहर से 5 किमी पहले सेमलपुरा चौराहे से पैदल मार्च में बदल गया। करीब 3 घंटे कलेक्ट्रेट चौराहे पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी इस मामले में पारसोली एसएचओ संजय गुर्जर सहित चार पुलिसकर्मियों को ही आरोपी मानते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पुलिस ने कहा कि अब तक ठोस साक्ष्य नहीं मिलने से गिरफ्तारी नहीं हो पा रही।
कोरोनाकाल और पंचायतरीज चुनाव के बीच अचानक प्रदर्शन से प्रशासन भी सकते में आ गया। ग्रामीणों ने हेमराज के साथ हुई घटना की न्यायिक जांच व आरोपी पुलिस कर्मियों को निलंबित करने की मांग को लेकर एसपी को ज्ञापन दिया। उल्लेखनीय है कि रायती निवासी हेमराज धाकड़ को 18 अक्टूबर रात में कुछ लोग जबरन कार में बिठाकर ले गए थे। मारपीट के बाद सड़क पर डाल गए थे।
हेमराज का भीलवाड़ा में ऑपरेशन हुआ हाथ पैरों में फ्रैक्चर हैं। घायल की पत्नी रायता सरपंच और पीड़त ने हमले के लिए पारसोली एसएचओ संजय गुर्जर सहित तीन चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ रिपोर्ट दी थी। इतने दिन बाद भी कार्रवाई नहीं होने पर लोग न्याय यात्रा के नाम से शहर में कूच किया। एक वाहन में घायल हेमराज को पलंग पर लिटा रखा था। अन्य वाहनों में लोग नारेबाजी करते हुए हाथों में न्याय दिलाओ की तख्तियां लिए थे। शहर से बाहर सेमलपुरा चौराहे तक पहुंचने के बाद ग्रामीण पैदल मार्च कर कलेक्ट्रेट आए। हालांकि इससे पहले प्रशासन अलर्ट हो गया। कलेक्ट्री पर अतिरिक्त पुलिस बल के साथ कई अधिकारी तैनात हो गए। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे अखिल भारतीय श्रीधाकड युवा संघ प्रदेशाध्यक्ष डीपी धाकड ने मोबाइल स्पीकर पर कहा कि जब तक मांगें पूरी नहीं होगी, तब तक नहीं जाएंगे।
एसपी को ही बाहर आकर ज्ञापन लेना होगा। डीएसपी व सीआई आदि समझाइश में जुटे। एएसपी सरितासिंह पहुंची। प्रदर्शनकारियों का प्रतिनिधिमंडल एसपी दीपक भार्गव से मिला। राष्ट्रीय संगठन मंत्री पूरणमल धाकड, सोहनलाल धाकड़, मुकेश, रोशन, गोपाल धाकड़ आंवलहेड़ा, भगवती पाटीदार, पप्पूलाल आदि मौजूद रहे। इस मामले में सांसद सीपी जोशी ने सीएम को पत्र लिखकर कहा कि पीडित द्वारा हरसंभव प्रयास के बावजूद अब तक कोई प्रगति नहीं हुई। कलेक्ट्रेट पर खुद पीड़ित का इस तरह आना चिंताजनक है। बेगूं के पूर्व विधायक सुरेश धाकड़ अस्वस्थता के बावजूद प्रदर्शन के बीच आए।
ऊंची पहुंच के कारण हेमराज को काम का पेमेंट नहीं कर रहे थे
एसपी के नाम ज्ञापन में कहा गया कि हेमराज धाकड़ के कृषि के साथ फोकलेन, जेसीबी, डंपर आदि का काम हैं। वह दो साल से रावतभाटा व बेगूं की एक कंपनी के लिए अपने साधन उपलब्ध करा रहा था। बड़े ठेकेदार कंपनी से तो पैसे ले लेते थे, परंतु लंबे समय से हेमराम को नहीं दे रहे थे। इसी बात पर उसकी खींचतान चल रही थी। ग्रामीण किसी बड़े नेता या ठेकेदार का सीधे नाम नहीं ले रहे पर उनका कहना है कि हेमराज की मांग को दबाने के लिए ही पारसोली एसएचओ संजय गुर्जर खुद 18 अक्टूबर देर रात को बिना नंबरी कार से बेगूं क्षेत्र में आए और हेमराज को ले जाकर यह घटना की।
आरोप यह भी- बयान के नाम पर अब तक 2 हजार लोगों को बुला लिया, सबको डरा धमका रही पुलिस
प्रदर्शकारियों के अनुसार करीब डेढ़ महीने से जांच व बयान के नाम पर पुलिस अब तक दो हजार लोगों को थाने पर बुला चुकी। उनको धमकाया गया। दोषी पुलिस ही बयान लेगी तो सहीं नतीजा कैसे आएगा? कानून को ताक में रखकर घटना को अंजाम दिया और अब जांच में लापरवाही हो रही। इसलिए एसएचओ आदि के साथ जांच अधिकारी डीएसपी राजेंद्र जैन को भी निलंबित करें।
2 हजार से अधिक लोगों से जानकारी जुटा ली, एक लाख मोबाइल नंबर जांचे, जल्द खुलासा
हमने इस मामले में मात्र दो हजार नहीं, बल्कि इससे कहीं गुना अधिक लोगों से जानकारी ले ली होगी। बीटीएस की एडवांस तकनीक से करीब एक लाख मोबाइल नंबरों की जांच कर ली है। बता नहीं सकते कि किस लेवल और किस डिटेल में काम हो सकता है। डेढ़ माह से और कोई काम नहीं किया। ऐसी जांच तो अब तक कभी नहीं हुई होगी। इसका दायरा बहुत बड़ा है। काफी तह तक पहुंच भी गए हैं। जिले के दोनों एएसपी के साथ एसपी दीपक भार्गव खुद पूरी मॉनटरिंग कर रहे। क्योंकि नहीं चाहते कि कोई भी दोषी बच जाएं और निर्दोष फंसे। संदेहास्पद लोगों को पकड़ने टीमें भेज रखी है। उम्मीद है जल्द ही खुलासा कर देंगे।
राजेंद्रसिंह जैन, जांच अधिकारी डीएसपी
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