आर्थिक तंगी से जूझ रहे नगर निगम के खजाने काे भरने के लिए निजी कंपनी ने निगम के अधिकारियाें के साथ मिलकर सख्ती करना शुरू कर दिया है। हैरिटेज और ग्रेटर नगर निगम ने कंपनी के मार्फत मंगलवार को मैरिज गार्डनों और डेयरी बूथ संचालकों से 91 लाख रुपए का बकाया राशि वसूल कर ली है। इसमें यूडी टैक्स, लाइसेंस शुल्क और किराया राशि शामिल है।
हैरिटेज निगम ने 23 लाख 88 हजार रुपए और ग्रेटर नगर निगम ने 68 लाख रुपए वसूली की है। दरअसल वसूली के लिए नगर निगम व स्पैराे साॅफ्टेक कंपनी द्वारा जाेन कार्यालयाें पर शिविर लगाए गए है। बकाया वसूली के टारगेट काे पुरा करने के लिए बकायादाराें काे नाेटिस देकर राशि जमा कराने की चेतावनी दी थी। शिविर गुरुवार तक जाेन स्तर कार्यालयाें में चलेंगे। जहां पर आसानी से लाेग बकाया राशि जमा करा सकेंगे।
ग्रेटर नगर निगम राजस्व अधिकारी नवीन भारद्वाज ने बताया कि दाे साल से 81 मैरिज गार्डन और 37 डेयरी बूथों पर बकाया चल रहा 68 लाख रुपए का किराया व यूडी टैक्स की राशि वसूल की है। मैरिज गार्डन संचालकाें काे अंतिम बार छुट दी जा रही है। इसके बाद तय समय में राशि जमा नहीं कराने पर गार्डन काे सीज करने की कार्रवाई की जाएगी। उधर, हैरिटेज उपायुक्त दिलीप शर्मा ने बताया कि मैरिज गार्डनों एवं डेयरी बूथों से किराया एवं नवीनीकरण शुल्क के रूप में 7 लाख 88 हजार रुपए और यूडी टैक्स के 16 लाख रुपए वसूल किए है।
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