
एक महीने में बिजाैलिया के जंगल एरिया में शिकारियाें के फंदे में मादा पैंथर के फंसने की दूसरी घटना हुई हैं। बिजाैलिया के पास गंगापुर रेंज एरिया में मादा पैंथर के फंदे में फंसी हाेने की सूचना भीलवाड़ा डीसीएफ डीपी जागावत ने वन्यजीव डीसीएफ डाॅ. एनएन गुप्ता काे दी।
सूचना मिलने पर तत्काल वन्यजीव विभाग की टीम सीनियर वैटरनरी डाॅ. विलासराव गुल्हाने के साथ टीम माैके पर पहुंची। रात काे करीब डेढ़ बजे मादा पैंथर काे सुरक्षित रेस्क्यू का अभियान चलाया। पैंथर लाेहे के फंदे में फंसी हुई थी। साथ ही इसके बायें पैर में भी गंभीर चाेट थी।
डाॅ. गुल्हाने ने टीम की मदद से करीब 80फीट दूरी से पैंथर काे ट्रेंक्युलाइज किया। इसके बाद इसके पैर का ट्रीटमेंट कर आवश्यक ट्रीटमेंट किया। इसके बाद सुरक्षित पिंजरे में ट्रांसलाेकेट कर देर रात्रि काे अभेड़ा बायाेलाॅजिकल पार्क में टाइगर वाले पिंजरे में शिफ्ट किया। यहां इसे खाने काे मीट और पानी की सुविधा की। यहां उसकी प्राेटाेकाॅल के अनुसार निगरानी की जा रही हैं।
डाॅ. गुल्हाने ने बताया कि 10 दिन तक हैल्थ ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा। यह पैंथर करीब डेढ़ साल करीब उम्र की है। डीसीएफ वन्यजीव डाॅ. एएन गुप्ता ने बताया कि डीसीएफ डीपी जागावत की सूचना मिलने पर तत्काल टीम काे भिजवा दिया था। पैंथर स्वस्थ है। रेस्क्यू टीम में प्रेमकंवर, कमल प्रजापत, रामदयाल नागर, साेहनलाल गुर्जर के अलावा अकरम अली शामिल रहे।
30 नवंबर काे भी बिजाैलिया एरिया से मादा पैंथर फंसी थी फंदे में
इससे पहले भी 30 नवंबर काे बिजाैलिया के खनन एरिया में एक मादा पैंथर भी फंदे में फंसी हुई थी। इसके बाद वन्यजीव विभाग की टीम माैके पहुंची थी और उसे सुरक्षित रेस्क्यू कर अभेड़ा बायाेलाॅजिकल पार्क में लाया गया था।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Via Dainik Bhaskar https://ift.tt/1PKwoAf
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें