
(आरिफ कुरैशी)
नया साल में प्रदेश के स्कूली विद्यार्थियों के लिए नई खुशखबरी लेकर आएगा । 10वीं और 12वीं कक्षा के 20 लाख से अधिक विद्यार्थी इस साल एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम पढ़ेंगे। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड नए सत्र से इस पाठ्यक्रम को लागू करने जा रहा है। इस बार बोर्ड परीक्षाओं में भी बड़ा बदलाव होने जा रहा है। परीक्षाएं मार्च की बजाय अप्रैल या मई में शुरु हो सकती हैं।
जानकारी के अनुसार भाजपा सरकार ने पूर्व में राज्य के स्कूलों में एनसीईआरटी सिलेबस को हटाकर राजस्थान का पाठ्यक्रम लागू किया था। मौजूदा कांग्रेस सरकार ने इस पाठ्यक्रम को बदल कर वापस स्कूलों में एनसीईआरटी का सिलेबस शुरू करने की घोषणा की है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में और गैर सरकारी स्कूलों में कक्षा नवीं और ग्यारहवीं में 2020 के सत्र में एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम शुरू किया जा चुका है।
अब नए सत्र में 10वीं और 12वीं कक्षाओं में भी बच्चे एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम से ही अध्ययन करेंगे। बोर्ड इस दिशा में तैयारी कर चुका है । बोर्ड अध्यक्ष डॉ. डीपी जारौली का कहना है कि एनसीईआरटी का पाठ्यक्रम लागू होने से प्रदेशभर के बच्चे प्रतियोगी परीक्षाओं और उच्च शिक्षा में देश के अन्य राज्यों के समकक्ष अपने आप को योग्य बना सकेंगे।
इस साल परीक्षाएं मार्च में होना संभव नहीं
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं हर साल मार्च के पहले हफ्ते से शुरू हो जाती हैं, लेकिन कोविड-19 के चलते इस बार मार्च में बोर्ड की परीक्षाएं होना संभव नहीं लग रहा है। कारण, अभी प्रदेश भर में बोर्ड परीक्षाओं के आवेदन भरवाए जा रहे हैं। दूसरा मुख्य कारण यह है कि हर साल जनवरी में बोर्ड की प्रायोगिक परीक्षाएं शुरू हो जाती हैं, लेकिन इस बार अभी तक स्कूलों में ही प्रैक्टिकल नहीं हुए हैं। बोर्ड ने भी अभी तक प्रायोगिक परीक्षाओं की घोषणा नहीं की है।
रीट मिलने से बेरोजगारों की उम्मीदों को लगेंगे पंख
राज्य सरकार, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के माध्यम से 25 अप्रैल को रीट का आयोजन करने जा रही है । करीब 3 साल से प्रदेशभर के अभ्यर्थी इस महत्वपूर्ण पात्रता परीक्षा का इंतजार कर रहे हैं । ऐसे में माना जा रहा है कि इस साल रीट के आयोजन हो जाने से प्रदेशभर के बेरोजगारों की उम्मीदों को तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में नौकरी मिलने की संभावनाएं बढ़ जाएगी।
कोविड में 20 लाख विद्यार्थियों की कराई थी परीक्षा
बोर्ड के उप निदेशक जनसंपर्क राजेंद्र गुप्ता ने बताया कि देशभर में राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड पहला अकेला ऐसा बोर्ड था, जिसने कोविड काल 2020 में 10वीं और 12वीं के 20 लाख से अधिक बच्चों की परीक्षाएं आयोजित कराई थी। यह अपने आप में बड़ा रिकॉर्ड है।
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