भारतीय रेलवे की बड़ी उपलब्धि, देश के सबसे शक्तिशाली रेल इंजन का परिचालन शुरू :- 

- भारतीय रेलवे ने बड़ी कामयाबी हासिल की है. देश की सबसे शक्तिशाली रेल इंजन WAG-12 B का परिचालन शुरू हो गया. 
             NOTE :- WAG - 12 रेल इंजन का नाम है ,और इस रेल इंजन में बहुत से प्रकार होते है जिसमे से भारत मे  "WAG-12 B" प्रकार का इंजन बनाया गया है ।

- इसी के साथ अब भारत हाई हार्स पावर वाले लोकोमोटिव का उत्पादन करने वाले विशिष्ट वर्ग में शामिल होने वाला दुनिया का 6वां देश बन गया .

- यह "MAKE IN INDIA" का एक प्रोजेक्ट है ।
1. WAG-12 बनाने का समझौता :- 

- 2015 में फ्रांस की एक कम्पनी "अलस्ट्रोम" और भारतीय कम्पनी "मधेपुरा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव प्राइवेट लिमिटेड" (बिहार) के बीच मे भारत मे रेलवे के सबसे शक्तिशाली इंजन WAG-12 बनाने के लिए समझौता हुआ था ।
- यह समझौता 25,000 करोड़ का था ,और उस वक़्त का रेलवे का सबसे बड़ा यह प्रत्यक्ष विदेशी निवेश( FDI) था । 

- इस समझौते के तहत कुल 800 "WAG-12 B" इंजन का निर्माण किया जाना था ,जिसमे से पहले 5 इंजन फ्रांस में बनाये गए थे और बाकी के 795 भारत मे तैयार किये जाने थे ,भारत मे भी बिहार में इन इंजन का निर्माण किया जाना था । 

- 10 अप्रैल 2018 में प्रधानमंत्री जी ने इस प्रोजेक्ट की शुरुआत का उदघाटन किया था । 

- कुल 11 वर्षो में 800 WAG-12 B इंजन भारत को मिलेंगे ,जिसमे से 35 इंजन 2020 में तैयार होंगे , 60 इंजन 2021 में और 100 इंजन 2022 में ,और इसी प्रकार कुल 800 इंजन भारत को धीरे धीरे मिलेंगे । 

- Alstom नागपुर (महाराष्ट्र) और सहारनपुर (उत्तर प्रदेश) में डिपो स्थापित कर रहा है जो लोकोमोटिवों के निवारक और सुधारात्मक रखरखाव , इंजन सर्विस , मेंटेनेन्स आदि के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.

2. WAG-12 B लोकोमोटिव इंजन की विशेषताएं :- 

- भारत मे अब तक का  सबसे शक्तिशाली रेल इंजन होगा WAG-12 B ।

- लोकोमोटिव एक लैटिन शब्द है जो लोकस (अर्थ - जगह) + मोवेरी (अर्थ : स्थिति बदलना ) से बना है - 1605 के आसपास । 

- लोकोमोटिव का मतलब हुआ कि एक स्व-चालित  वाहन का इंजन, जो स्टीम, डीजल या बिजली द्वारा संचालित होता है ।

- WAG-12 B  लाइट (बिजली) से चलने वाला रेल इंजन है । 

- ग्रीन" लोकोमोटिव पर्यावरण के अनुकूल एलईडी लाइट का उपयोग करता है और इसमें कम वोल्टेज केबल भी हैं. 

- यह इंजन 12,000 हॉर्स पॉवर (hp) का है ।
           NOTE :- अश्वशक्ति ( Horsepower (hp)) एक शक्ति की मापन इकाई है। यह एक गैर-SI इकाई है। 'हॉर्सपॉवर' शब्द का सबसे पहले उपयोग 18वीं शताब्दी के अन्तिम काल में स्कॉटलैण्ड के इंजीनियर जेम्स वाट ने किया। 

- 12,000 hp का मतलब 9000 किलोवॉट है ।

- अब तक भारत मे 10,000 hp से कम शक्ति की ही इंजन थे  जैसे WAG-9 , WAG-5 , WAP-5 इत्यादि .

- यह WAG-12 B  इंजन एक साथ करीब 118 माल-डिब्बा को लेके चल सकती है , जिनका वजन करीबन 6000 टन होगा । 
- इसकी रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा होगी , और अधिकतम 120 किमी प्रति घण्टे की रफ्तार से यह दौड़ सकेगी । 
- इसके अलावा इसमे GPS सिस्टम भी है ।

3. कहाँ हुआ इसका परीक्षण :- 

-  WAG-12- 60027 नाम का इंजन "पंडित दीनदयाल उपाध्याय" जंक्शन (उतर प्रदेश )से दोपहर 02:08 बजे चली ट्रेन डेहरी-ऑन-सोन, गढ़वा रोड होते हुए बैराडीह तक गई। 

- इस ट्रेन में 118 डिब्बे थे, और इसे 120 किमी प्रति घण्टा की रफ्तार तक चलाया गया । 

4. यह इंजन भारत मे बनाने के फायदे :- 

- अलस्टॉम का दावा है कि मधेपुरा परियोजना से भारत में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर 10,000 से अधिक नौकरियां पैदा होगी. इन नौकरियों से बिहार, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के लोगों को सबसे ज्यादा फायदा मिलेगा .

-इसके अलावा हमारे यह माल ढोने की क्षमता बढ़ेगी , जिससे विदेशी कम्पनिया भारत के इस बढ़ते infrastructure को देखते हुए भारत मे निवेश करेगी अपने माल के उत्पादन के लिए । 

- भारत रेल इंजन निर्माण में आत्मनिर्भर बनेगा , भारत मे ही रोजगार के अवसर बढ़ेंगे । 

- यह ट्रेन इंजन पूर्वी समर्पित माल ढुलाई गलियारा (Eastern Dedicated Freight Corridor) ,जो कि पश्चिम बंगाल से भारत के उत्तरी भागो को जोड़ता है ,    और पश्चिमी समर्पित माल ढुलाई गलियारा ( western dedicated freight corridor) , जो कि उत्तरी भारत को दक्षिण भारत से जोड़ता है ,  यह दोनों  भारत में भारतीय रेल द्वारा निर्मित होने वाला माल ढुलाई के कॉरिडोर (गलियारे) है  , इन क्षेत्रों में इसको ज्यादा चलाया जाएगा ,ताकि इन क्षेत्रों में अधिक मात्रा में विकास हो , और यह क्षेत्र आपस मे व्यापार और कनेक्टिविटी को बढ़ा सके । 
      NOTE :- भारतीय रेल मंत्री - पीयूष गोयल ।

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