जिले में गुरुवार को तिंवरी, ओसियां, बालेसर, सेखाला, भोपालगढ़, बिलाड़ा, बापिणी, शेरगढ़, देचू ब्लॉक के 12 गांवों में टिड्डियों के पड़ाव स्थल पर छिड़काव किया गया। रात में ही कृषि विभाग व लोकेस्ट विभाग की टीमों ने एक ड्रोन, 50 ट्रैक्टर स्प्रेयर,1 फॉल्कन स्प्रेयर मशीन से केमिकल छिड़काव करके 1169 हेक्टेयर में नियंत्रण अभियान शुरू किया।

शुक्रवार सुबह 8 बजे तक यह अभियान चला। इस दौरान 60 से 70 प्रतिशत टिडि्डयों के मारे जाने का दावा किया गया। शेष 30 से 40 प्रतिशत उड़कर नए क्षेत्रों में पहुंच गई। अब वहां शुक्रवार रात से अभियान शुरू किया, जो शनिवार सुबह तक चलेगा। तिंवरी के बालरवा के सिंचित क्षेत्र में अंकुरित मूंगफली की फसल में टिड्डियों ने नुकसान पहुंचाया है।

तहसीलदार दीपक सांखला ने बालरवा क्षेत्र में टिडडी हमले से हुए खराबे का अवलोकन किया। वहीं, कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने चामू के पास राजसागर गांव में कृषि विभाग व टिड्डी नियंत्रण विभाग द्वारा किए गए टिड्डी नियंत्रण कार्य का निरीक्षण किया। राजपुरोहित ने मौके पर किसानों से पूछा कि कृषि विभाग से क्या मदद चाहिए।

ग्रामीणों ने बताया कि कृषि विभाग के अधिकारी कर्मचारी टिड्डी के पड़ाव लेते ही कीटनाशक लेकर मौक़े पर पहुंच रहे हैं। आसपास के गांव के किसानों से 12 ट्रैक्टर मंगवा कर सुबह 3 बजे छिड़काव शुरू किया। 4:30 बजे पर टिड्डी नियंत्रण की गाड़ी व ड्रोन भी पहुंचे। किसानों ने बताया कि टिड्डी दल 7-8 किलोमीटर लंबा व 2 किलोमीटर चौड़ाई में बैठा था।

कलेक्टर ने कहा कि विभाग समस्त प्रयास कर रहा है किंतु किसानों के सहयोग के बिना टिड्डी का नियंत्रण नहीं हो सकेगा। नियंत्रण में लगे ट्रैक्टरों को 2500 रुपए रोज दिए जाएंगे। कीटनाशक रसायन कृषि विभाग मौके पर ही उपलब्ध करवा रहा है।

क़ृषि विभाग के संयुक्त निदेशक विजय कुमार पांडे ने बताया कि कीटनाशक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराया जाएगा लेकिन जनसहयोग जरूरी है। यदि आज 5-7 ट्रैक्टर और होते तो नियंत्रण अधिक प्रभावी होता।
स्प्रे से बची टिडि्डयां नए क्षेत्रों में पहुंची
तिंवरी व बालरवा क्षेत्र में बैठी टिडि्डयों पर स्प्रे किया तो उस दौरान कुछ टिडि्डयां उड़कर नए गांवों में पहुंच गई। मथानिया, ओसियां व पड़ासला सहित कई गांवों में पहुंची। ओसियां कस्बे में भी टिडि्डयां मंडरा रही थी। इसी तरह चेराई के एकलखोरी गांव में शुक्रवार सुबह टिड्डी ने हमला किया।

ग्रामीण माणकराम सियाग, पूनाराम चौधरी ,बन्नाराम चौधरी ,पिन्टू,श्रवण,प्रेम विश्नोई, लूणाराम चौधरी, बागाराम विश्नोई आदि ने कृषि विभाग को सूचना दी। वहीं, बिलाड़ा ब्लॉक के खेजड़ला व आसपास के क्षेत्रों में भी टिडि्डयों ने हमला कर दिया। कृषि व राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और नियंत्रण किया।

सहायक कृषि अधिकारी राजेन्द्र भाखर ने चैनदास, चुतराराम चौहान, डुंगरराम पंवार, मुकेश दास, महेन्द्र आदि के नुकसान का जायजा लिया। लोहावट ब्लॉक के पड़ासला गांव में गुरुवार रात टिड्डी ने पड़ाव डाल दिया। कृषि अधिकारी बापिणी मोतीलाल देवासी ने किसानों की मदद से छिड़काव कराया।

इसी तरह मथानिया , जुड़ , उम्मेदनगर व भैसेर खुतड़ी क्षेत्र में टिड्डियों ने हमला जारी रखा। किसान मोहनलाल विश्नोई ने बताया कि जुड़ गांव में शुक्रवार को टिड्डियों के हमले के बाद किसानों द्वारा अपने खेतों में थालिया बजाकर टिड्डियों को उड़ाने की मशक्कत की गई। सरवण राम थोरी ने बताया कि पिछले दो दिनों से लगातार टिड्डियों के दल आ रहे हैं।



Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
Locusts sitting in 12 villages attacked in the night
Via Dainik Bhaskar https://ift.tt/1PKwoAf

Advertisement

0 comments:

एक टिप्पणी भेजें

 
Top