
सिरोही बस स्टैंड स्थित श्री बालूराम चिकित्सालय को क्रमोन्नत करवाने के लिए ग्रामीणाें ने शनिवार को विधायक सुरेश मोदी को ज्ञापन दिया। ज्ञापन में बताया कि सिरोही गांव विधानसभा क्षेत्र में सबसे बड़ा गांव है लेकिन स्वास्थ्य सेवाआें के मामले मे पिछड़ा हुआ है। यह स्टेट हाइवे एनएच 13 पर स्थित है।
इस अस्पताल की स्थापना 1958 में हुई थी लेकिन आज तक यह प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र ही बना हुआ है। सिरोही की आबादी 15 हजार से भी ज्यादा है। पीएचसी में 3 डाॅक्टर कार्यरत हैं। इस अस्पताल के आस-पास राणासर, आगवाड़ी, भगेगा, कैरोठ, सहित अन्य ग्राम पंचायतों की ढाणियां भी लगती हैं।
अस्पताल में 2017 में 75 हजार ओपीडी, 2018 में 85 हजार ओपीडी व 2019 में 81 हजार ओपीडी रही है। गांव में अस्पताल होने के बावजूद भी जांच करवाने के लिए इस अस्पताल में पर्याप्त स्टाफ उपलब्ध नही हैं। इसके कारण लोगों को बाहर से जांच करवाने के लिए मजबूर होना पड़ता है।
इसमें मरीजों का पैसा व समय की बर्बाद होता है। मुख्यमंत्री निःशुल्क जांच योजना का ग्रामवासियों को फायदा नहीं मिल रहा है। औद्योगिक क्षेत्र में भी कस्बे में सीमेंट कंपनी स्थापित है जिसमें बड़ी संख्या में स्थानीय व बाहरी लोग कार्यरत हैं। ऐसे में सीएचसी का क्रमोन्नत होना जरूरी है।
दुर्घटना होने के कारण सिरोही अस्पताल में संसाधनों के अभाव के कारण मरीज को नीमकाथाना के कपिल चिकित्सालय ले जाना पड़ता है। वह 6 किमी दूर पड़ता हैं। जिसको देखते हुए ग्रामीणाें ने शनिवार को विधायक सुरेश मोदी को अस्पताल को जल्द से जल्द क्रमोन्नत करवाने के लिए ज्ञापन दिया।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Via Dainik Bhaskar https://ift.tt/1PKwoAf
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें