प्राचीन भारत के छह दर्शन में से प्रमुख योग आज कोरोना काल और व्यस्त जीवन शैली वाली जीवन चर्या में फिर प्रासंगिक हुआ है। नियम-संयम से जीने की राह दिखाने और सिखाने वाले योग को लेकसिटी के कई बाशिंदे शिद्दत से जी रहे हैं। रविवार को विश्व योग दिवस है।
इससे पहले भास्कर शहर के कुछ ऐसे योग अभ्यासियों से मुखातिब हुआ, जिनके छोटे-छोटे शारीरिक अभ्यास अपने आप में अनूठे हैं। इन लोगों का कहना है कि भले ही इनकी वर्जिश योग से सीधे नहीं जुड़ी हों, लेकिन प्रेरणा योग से ही मिली और इसका फायदा भी मिला। अब वे खुद को स्वस्थ महसूस करते हैं और दूसरों को भी प्रेरित करते हैं।
प्रेरक; किसी से कम नहीं हैं ये अभ्यास, इनका कहना है- योग ने दी संकल्प शक्ति
10 सेकंड टिकना मुश्किल, ये 21 मिनट हाफ प्लैंक करते हैं
डाॅ. अबीजर हुसैन ने बताया कि वे पिछले एक साल से योग कर रहे हैं। इससे पहले 20 साल से लगातार रनिंग पर जाते थे, लेकिन टखने में कुछ समस्या आने पर रनिंग छोड़नी पड़ी। फिर योग का अभ्यास शुरू किया। शुरुआत में हाफ प्लेंक करना शुरू किया। तब 30 सेकंड ही कर पाते थे, लेकिन अब वे 21 मिनट तक इस पॉजिशन में रह लेते हैं। अब टखने की परेशानी भी कम है।
नौवें फ्लोर पर घर, लिफ्ट नहीं सीढ़ियों से ही आती-जाती हैं ये
जसमीत कौर 6 महीने से योगा कर रही हैं। उनका अभ्यास अनूठा है। अपार्टमेंट में नौवें फ्लोर पर घर है। कहीं भी आना-जाना हो, सीढ़ियों का ही इस्तेमाल करती हैं। उन्होंने 15 किलो वजन कम किया है। बकौल जसमीत, योग से ही इसकी संकल्प शक्ति मिली।
68 साल के बॉडी बिल्डर हैं हरीश, कहते हैं- योग देता है यह ताकत
हरीश चावला 68 साल के हैं। बॉडी बिल्डिंग में स्टेट लेवल पर गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। जिम के अलावा शीर्षासन सहित योग क्रियाएं इनका रुटीन है। चावला कहते हैं- घर पर नियमित एक्साइज के अलावा रोज शीर्षासन करते हैं। लोग इस उम्र में 2 मिनट से ज्यादा शीर्षासन करने से मना करते हैं, लेकिन वे इससे चार गुना समय इस पर देते हैं। विश्वास ये कि योग ही यह ताकत दे रहा है।
हृदय और श्वसन तंत्र को मजबूत करते हैं योग के प्रयोग : एक्सपर्ट
योग प्रशिक्षक डॉ. गुनीत मोंगा बताती हैं कि बेहतर स्वास्थ्य के लिए योग जरूरी है। यह न सिर्फ मन को शांत करता है, बल्कि संकल्प और निर्णय शक्ति भी बढ़ाता है। शरीर की इम्युनिटी पावर भी बढ़ती है। शुगर, कब्ज सहित उन तमाम बीमारियों से लड़ने में मदद मिलती है, जो बिजी लाइफ स्टाइल के कारण आज आम हो गई हैं।
फिजियो डॉ. व्योम बोलिया बताते हैं कि खुद को फिट रखना है तो लगातार योग भी करते रहिए। इन अभ्यासों के लिए कोई उम्र निश्चित नहीं है, कोई भी कर सकता है। जिम में वेट ट्रेनिंग अगर मांसपेशियाें को मजबूत और सुडौल बनाती है तो योग से हृदय और श्वसन तंत्र के साथ प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
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