अगस्त में कोरोना का कहर चरम पर है। शनिवार को 14 नए कोरोना रोगी मिले। इसमें 8 पुलिस कर्मी और एक स्वास्थ्य कर्मी भी शामिल हैं। नए रोगियों सहित जिले में अब तक मिलने वाले रोगियों की संख्या 806 तक पहुंच गई है। इसमें अगस्त महीने में कोरोना का संक्रमण तेजी से फैला।
जिले में अब तक मिले कुल रोगियों में 70 प्रतिशत रोगी अगस्त में ही संक्रमित हुए हैं। कोरोना ने श्रीगंगानगर शहर के जवाहरनगर थाने में बुरी तरह से दस्तक दी है। यहां शनिवार को 8 पुलिस कर्मियों सहित अब तक 11 पुलिस कर्मी संक्रमित हो चुके हैं। शनिवार को मिले रोगियों में से 8 रोगी जवाहरनगर थाने के पुलिस कर्मी हैं, जिसमें तीन एसआई सहित अन्य स्टाफ शामिल हैं।
यहां एकबारगी आम लोगों का प्रवेश रोक दिया गया है। इसके अलावा छह अन्य रोगियों में बीरबल चौक के समीप मोची मोहल्ला की गली नंबर 2 व 3 में एक-एक महिला रोगी, आदर्श नगर की एक 10 साल की बच्ची, जी ब्लॉक निवासी महिला, पुरानी आबादी वार्ड नंबर 21 निवासी एक महिला और अस्पताल का एक कर्मचारी शामिल हैं।
पहली बार कोरोना वार्ड का नर्सिंग कर्मी संक्रमित: जिला अस्पताल के कोरोना वार्ड में ड्यूटी देने वाले एक नर्सिंग कर्मी की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। हालांकि जिला अस्पताल के चार डाॅक्टर व पांच कर्मचारी इससे पहले संक्रमित हो चुके हैं, लेकिन ये वार्ड में नहीं थे।
अब आंकड़े छिपाने का खेल : कुल रोगी 806, वेबसाइट में 625 ही
शनिवार शाम तक जिला अस्पताल की कोरोना जांच लैब में 333 सैंपलों की टेस्टिंग की गई। इसमें दोपहर तक 200 सैंपलों की टेस्टिंग रिपोर्ट जारी की गई। इसमें 14 नए रोगी सामने आए। शेष 133 सैंपलों की टेस्टिंग रिपोर्ट जारी होने पर कुछ नए रोगी भी सामने आने की आशंका है।
हालांकि स्वास्थ्य विभाग ने उच्चाधिकारियों के निर्देश पर शनिवार को जिले में कोरोना की स्थिति के आंकड़े जारी नहीं किए। शनिवार का सरकारी अवकाश होने की वजह विभाग के अधिकांश कार्यालय बंद रहे। इससे नए रोगियों को आइसोलेट करने के लिए जिला अस्पताल फिर किसी अन्य कोविड हेल्थ सेंटर व कोविड केयर सेंटर पर शिफ्ट किया या नहीं, इस पर भी विभाग के अधिकारियों ने स्थिति स्पष्ट नहीं की।
स्वास्थ्य विभाग में अब संक्रमण की स्थिति छिपाने के लिए आंकड़े छिपाने का खेल चल रहा है। शनिवार को जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. केएस कामरा और सीएमएचओ डॉ. गिरधारी लाल मेहरड़ा ने आंकड़े जारी नहीं किए। दोनों अधिकारियों के अनुसार अांकड़े जयपुर से ही जारी किए जाएंगे।
दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग की वेबसाइट पर आंकड़ों की स्थिति तीन दिन से अपडेट नहीं हुई है। शनिवार सुबह अपडेट की वेबसाइट पर श्रीगंगानगर जिले में कोरोना रोगियों की संख्या 625 ही बताई जा रही है। ये स्थिति तीन दिन पहले की है।
पड़ताल: एक मरीज के औसतन 20 संपर्क व्यक्ति, सैंपल सिर्फ 9 का
संक्रमण की दृष्टिगत से अगस्त महीने में कई जगह हॉटस्पॉट बने। लेकिन स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया। सैंपलिंग की रफ्तार सुस्त चल रही है। जिले में एक मरीज की कांटेक्ट हिस्ट्री में औसतन 20 लोग आ रहे हैं। संक्रमण का फैलाव न हो, इसके लिए सभी संपर्क व्यक्तियों का सैंपल होना चाहिए। लेकिन 1 पाॅजिटिव रोगी पर औसतन 9 लोगों के ही सैंपल लिए जा रहे हैं। जिले में 23 अगस्त से लेकर 29 अगस्त तक एक सप्ताह में 1867 लोगों के सैंपल लिए गए।
इसमें कोरोना पॉजिटिव रोगियों की दूसरी व तीसरी रिपोर्ट के सैंपल भी शामिल है। इस एक सप्ताह की अवधि में 206 नए कोरोना पॉजिटिव रोगी मिले। इस हिसाब से एक रोगी पर 9 संपर्क व्यक्तियों के ही सैंपल लिए गए।
2 आरएएस अधिकारियों सहित 40 से ज्यादा कर्मी चपेट में आए: कोरोना का संक्रमण सरकारी कार्यालयों पर भी पहुंच गया है। इसमें दो आरएएस अधिकारी, परिवहन विभाग के एक अधिकारी सहित 7 कर्मी, कलेक्ट्रेट के 5 कर्मचारी, हाल ही में शहर पुलिस के एक अधिकारी, 16 पुलिस कर्मी, स्वास्थ्य विभाग के 4 डॉक्टर और 5 कर्मचारी इसमें शामिल हैं।
इससे पहले श्रीकरणपुर थाने में एसएचओ, पुलिस कर्मी और होम गार्ड के कई जवान संक्रमित हो चुके हैं।
गफलत : मोहल्लेवालों ने खुद ही कर्फ्यू हटाया :शहर में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ रही है।
लेकिन कंटेनमेेंट जोन में आवाजाही रोकने के लिए गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है। पुरानी आबादी में सब्जी मंंडी से मोहर सिंह चौक जाने वाली रोड पर कोरोना पॉजिटिव रोगी आने पर रस्सी लगाकर लोगों की आवाजाही बंद की गई थी। यहां पुलिस के पहरे के अभाव में शनिवार को लोगों ने रस्सी हटा दी। लोगों की आवाजाही गली में शुरू हो गई। शहर में लॉकडाउन होने के बावजूद इस तरफ किसी ने ध्यान नहीं दिया।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Via Dainik Bhaskar https://ift.tt/1PKwoAf
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें
Click to see the code!
To insert emoticon you must added at least one space before the code.