
निगम के वार्ड 29 आंवली में वर्षाें पुराने नाले पर पुलिया बनाने की मांग स्थानीय लाेग लंबे समय से कर रहे हैं। हर विधानसभा चुनाव में ये मुद्दा बनता है, लेकिन इस तरफ न यूआईटी ध्यान दे रही है न नगर निगम। इस बारिश में नाला उफान पर था और स्थानीय निवासी प्रभु सिंह कुशवाह की पुत्रवधू काे लेबर पेन शुरू हाे गया। उसे अस्पताल ले जाने के लिए करीब 4 घंटे तक पानी उतरने का इंतजार करना पड़ा।
इसके दाे दिन बाद कुछ स्कूली छात्राएं नाला पार कर रही थीं ताे स्कूटी सहित गिर गई। लाेग उनका मजाक बनाते रहे। इन दाेनाें घटनाओं ने कुशवाह काे व्यथित कर दिया। उन्हाेंने ठान लिया कि सरकारी एजेंसियाें के भराेसे न रहकर खुद काे ही इस संबंध में कुछ करना चाहिए। ठेकेदार काे बुलाकर एस्टीमेट तैयार करवाया ताे 2 लाख रुपए का खर्च बताया। परिवार में बात की ताे सभी ने सहमति दे दी। बस फिर क्या था, करीब 20 दिन पहले उन्हाेंने इसका काम शुरू करवा दिया। पुलिया का आधा काम हाे चुका है। एक-दाे दिन में आरसीसी डल जाएगी। इसके बनने के बाद इसके पार रहने वाले 6 हजार लाेगाें काे लाभ मिलेगा।
काेर्ट में एडवाेकेट के मुंशी कुशवाह पहले बसंत विहार रहते थे और करीब डेढ़ वर्ष पूर्व यहां बनी नई काॅलाेनी में आकर शिफ्ट हुए थे। पिछली बारिश में भी लाेगाें काे इस नाले के कारण परेशान हाेते देखा। इस बारिश में भी यही सिलसिला जारी रहा। इस बार परिवार का सदस्य ही संकट में आया ताे पीड़ा काे बहुत नजदीक से देखा। आसपास के लाेगाें से इस बारे में बातचीत की ताे बताया कि पहले यहां कम लाेग रहते थे, लेकिन अरुण मित्रा व भार्गव काॅलाेनी बनने के बाद आबादी लगातार बढ़ रही है। इस पुलिया की मांग लंबे समय से की जा रही है। कभी बताते हैं कि यूआईटी से बजट स्वीकृत हाे चुका है कभी बताया जाता है कि बजट कहीं ओर शिफ्ट हाे गया, लेकिन समस्या वहीं की वहीं बनी हुई है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Via Dainik Bhaskar https://ift.tt/1PKwoAf
0 comments:
एक टिप्पणी भेजें