सुखेर थाना क्षेत्र के फ्लाेरा कॉम्प्लेक्स, भुवाणा में हाेटल-हैंडीक्राफ्ट व्यवसायी विनय भंडारी के घर पर अवैध वसूली के लिए फायर के मामले में पुलिस ने 80 फीट राेड, सज्जननगर निवासी शाकिर उर्फ टाेनी उर्फ बाबा काे गिरफ्तार किया है।

10वीं पास शाकिर ने वारदात के लिए चाेरी की सिम से साेशल मीडिया पर अकाउंट बनाया और माेबाइल रिपेयरिंग दुकान से व्यवहार में ली सिम कार्ड से नेट चलाया। खौफ पैदा करने के लिए रात फायरिंग की और अगले ही दिन 10 लाख रुपए के लिए मैसेज किए। पुलिस ने अभियुक्त काे घंटाघर थाने के सुपुर्द किया है।

आगे की जांच थानाधिकारी भवानी सिंह करेंगे। कार्रवाई दल में साइबर सेल प्रभारी हेड कांस्टेबल गजराज सिंह, जिला स्पेशल टीम के प्रभारी इंस्पेक्टर याेगेश चाैहान, हेड कांस्टेबल विक्रम, कांस्टेबल मनमाेहन, प्रहलाद सहित अन्य थे। बता दें, घटना 19 दिसंबर की रात को हुई थी। भंडारी परिवार भी इससे बेखबर था।

व्यवसायी को मैसेज भेजे- 5 लाख में सुपारी मिली है, 10 लाख देकर काॅम्प्राेमाइज कर इसी से मिला क्लू
फायरिंग का पता चलने के साथ जांच में जुटी पुलिस सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी कि विनय भंडारी के माेबाइल पर साेशल मीडिया माेबाइल एप पर एक नंबर से मैसेज अाया। लिखा था कि तेरी 5 लाख रुपए में सुपारी मिली है, 10 लाख रुपए देकर काॅम्प्राेमाइज कर ले, वरना इससे भी ज्यादा बुरा हाेगा। मैसेज देख पुलिस टीम अज्ञात नंबर के पीछे लगी। इससे पहले इसी मामले में 300 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज देख चुकी पुलिस को अभियुक्त का सुराग तक नहीं मिल पाया था।

काम लेकर तोड़ा चोरी वाला सिम कार्ड
पुलिस जांच में सामने आया कि अभियुक्त इससे वाकिफ था कि अगर पुलिस तक बात पहुंची ताे उस माेबाइल की लोकेशन ट्रेस करेगी, जिसकी सिम से मैसेज किया। इसलिए शाकिर ने बस कंडक्टर से चुराए सिम कार्ड काे एक बार माेबाइल में डाला और उसी नंबर से साेशल मीडिया अकाउंट बनाया। इसके बाद सिम माेबाइल से निकालकर ताेड़कर फेंक दी, जिससे माेबाइल सिम बंद बताई और लाेकेशन भी नहीं अाई। साथ ही नेट कनेक्टिविटी एक महिला के माेबाइल से चालू कर ली।

ऐसे चला अनुसंधान
जिस नंबर से भंडारी को मैसेज मिला, वह सिम बस कंडक्टर रूपा गमेती के नाम पर थी। उसने पुलिस को बताया कि कुछ माह पहले बस स्टैंड पर माेबाइल चार्ज पर लगाया था, तब काेई सिम निकाल ले गया। उसने रिपाेर्ट नहीं दी और न सिम बंद कराई। फिर यह सिम जिस माेबाइल में चली, उसका आईएमईआई नंबर ट्रेस किया। इस माेबाइल से साेशल मीडिया अकाउंट काम लिया गया था। इसी एक सिम मल्लातलाई निवासी ममता की थी।

पुलिस ममता के पास गई ताे उसने अपना माेबाइल अंबामाता में किसी दुकान पर ठीक करने के लिए देना बताया। इस दुकानदार ने बताया कि शाकिर कुछ दिन पहले यह माेबाइल सिम मांगकर ले गया था। पुलिस ने शाकिर काे उसके घर से दबोचकर पूछताछ की।

प्रोफाइल में लगाया पंजाब के गैंगस्टर जग्गा का फाेटाे, ताकि गुमराह हो पुलिस
शाकिर ने पुलिस काे गुमराह करने के लिए कई हथकंडे अपनाए। जिस साेशल मीडिया अकांउट से मैसेज किया, उसकी प्राेफाइल फाेटाे पर पंजाब के गैंगस्टर जग्गा पहलवान का हथियार लिए फाेटाे डाल रखा था। जिस बाइक से भंडारी के पीछे लगा, वह चाेरी की थी। माेबाइल और सिम तक चाेरी के थे। उसने किसी को भी साथ नहीं लिया, क्योंकि वह जानता था कि खुद से बड़ा राजदार और कोई नहीं।

आखिर भंडारी काे ही क्यों बनाया टारगेट?
पुलिस जांच में सामने आया कि 7-8 साल पहले शाकिर का अपने किसी दाेस्त के साथ हैंडीक्राफ्ट व्यवसाय के लिए भंडारी की फैक्ट्री पर आना-जाना रहता था। शाकिर ने अनुमान लगाया कि भंडारी के पास बहुत पैसा है। कुछ रुपए की मांग करेंगे ताे भी वे पुलिस में रिपाेर्ट दर्ज नहीं करेंगे। इसी कारण भंडारी काे टारगेट किया।

शाकिर के खिलाफ 2010 से पहले अंबामाता थाने में आर्म्स एक्ट में मुकदमा दर्ज है। उसके बाद कहीं कोई केस नहीं है। अंबामाता 80 फीट राेड पर उसकी कैटरिंग की दुकान है। लाॅकडाउन में धंधा मंदा हुआ तो पैसे कमाने के लिए उसने यह शॉर्टकट पकड़ा।



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अवैध वसूली का अभियुक्त (लाल जैकेट) पुलिस गिरफ्त में।
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