‘R’ अक्षर वाले 2000 रुपये के नोट को लेकर लोगों में संशय की स्थिति बनी हुई है। कोई इसे असली बता रहा है तो कोई नकली। कई बैंक बगैर ‘R’ अक्षर वाले नोट नहीं ले रहे हैं। हालांकि अब आरबीआइ ने स्पष्ट किया है कि बाजार में दोनों तरह के नोट असली हैं। एक के सीरियल नंबर के नीचे अंग्रेजी का ‘R’ अक्षर है और दूसरे नोट में ‘R’ नहीं है। इसे लेकर आम लोगों समेत बैंक प्रबंधकों में भी गफ़लत की स्थिति बनी हुई है। यहां तक कि बिना ‘R’ वाले नोट स्वीकार नहीं किए जा रहे।

ताज़ा मामला नेहरू कॉलोनी की इलाहाबाद बैंक शाखा में सामने आया। जहां धर्मपुर निवासी अजय बहुगुणा ने बताया कि उन्हें कहीं से दो हज़ार रुपये के नए नोट मिले। इनमें ऐसे नोट भी थे, जिनमें नोट के ऊपरी हिस्से के सीरियल नंबर व निचले हिस्से सीरियल नंबर के नीचे अंग्रेज़ी का ‘R’ नहीं था। जिसे व्यापारियों ने वापस कर दिया। जिसे बदलवाने के लिए वह इलाहाबाद बैंक गए तो प्रबंधक विपिन सूद ने नोट लेने से इन्कार कर दिया। नोट की सत्यता पर संदेह ज़ाहिर करते हुए उन्होनें नोट लेने से इनक़ार कर दिया। ऐसे कई मामले कुछ अन्य शाखाओं में भी सामने आए।  अब आरबीआइ ने स्पष्ट किया कि दोनों तरह के नोट असली हैं।

हालांकि जैसे ही यह ख़बर RBI तक पहुंची तो महाप्रबंधक सुब्रत दास का ने कहा कि जिन नोटों में R नहीं छपा है, वह नोटों की शुरुआती खेप है। जो नोट बाद में जारी किए गए उन पर R छपा है।  दोनों नोट असली हैं, इन्हें स्वीकार करने से इनक़ार नहीं किया जा सकता। अब आरबीआइ ने स्पष्ट किया कि दोनों तरह के नोट असली हैं।

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