दिल्ली/24.07.2018

बाडमेर-जैसलमेर - लोकसभा के मानसुन सत्र में लोकसभा कार्यवाही नियम 377 के तहत जनहित में रेलवे की सुविधाओं को लेकर अपनी बात रखते हुए कहां कि  जैसलमेर-बाडमेर-भाभर (गुजरात)  रेल लाईन की मांग विगत लभगभ 20-22 वर्षो से लगातार की जा रही है। इस संबंध में तीन बार सर्वे कार्य हो चुका है। सर्व प्रथम 2000-2001 में जब में सांसद था तब सर्वे हुआ था और अन्तिम में 2013-14 में सर्वे हुआ। यह नई रेललाईन की सामरिक, आर्थिक एवं सांख्यायीकि दृष्टि एवं सीमान्त जिले बाडमेर, जैसलमेर, जालोर, सिरोही, पाली एंव गुजरात के राजस्थान से सटे क्षेत्र के विकास की दृष्टि से अति महत्वपूर्ण है। इन जिलों में अनेक प्रकार के खनिज जैसे स्टीलबेस लाईम, लिग्लाईट, ग्रेनाईट, मार्बल, जिप्सम  बैन्टोनाईट एवं कच्चा तेल एवं प्राकृतिक गैस आदि प्रचूर मात्रा में है। उनके परिवहन और अब रिफायनरी लगने से पैट्रोकेमिकल उद्योग होने से इस रेल्वे लाईन का महत्व और भी बढ जाता है। यह रेल लाईन कांडला सीपोर्ट को जोडता है।  

 मै प्रधानमन्त्री व मुख्यमन्त्री जी राजस्थान सरकार को धन्यवाद देना चाहता हूॅ कि उनके प्रयासों से यह प्रोजेक्ट स्वीकृत हुआ है। इस परियोजना की मांग जब आप द्वारा राजस्थान के सूरतगढ में दिनांक  19.2.2015 को मृदा स्वास्थय कार्ड क उद्धाटन समारोह पधारे थे जब की गई थी। इसके पश्चात आप के दिनांक 29.8.2017 केा उदयपुर प्रवास पर जब केन्द्र सरकार की उपलब्धियों के प्रचार एवं हाईवे और अन्य सडकों के उद्धाटन समारोह में भी उक्त येाजना केा शीध्र प्रारम्भ करने की बात दोहराई गई थी। राजस्थान सरकार की माननीय मुख्यमन्त्री वसुन्धरराजे ने भी अपने बजट धोषणा में उक्त परियेाजना का प्रावधान किया है। 
 मै विशेषतौर से प्रधानमन्त्री धन्यवाद देना चाहता हूै कि आपकी मेहरबानी से बहुप्रतिक्षित एवं जनउपयोगी इस नई रेलवे लाईन (जैसलमेर-बाडमेर- भाभर 338.94 किमी की 5000करोड की लागत)  की बजट 2015-16 की धोषणाओं में 26.2.2016 को धोषित की गई। उल्लेखित है कि भाभर से काडला वाया राधनपुर-सांतलपुर पूर्व से ही रेलवे लाईन है। यदि ऐसा होता है तो पश्चिम राजस्थान के 10 जिले के अलावा गुजरात के कुछ जिले कांडला एवं मुन्दरा बन्दरगाह से सीधे जुड जायेगें। 

 इसके बाद मैने आदरणीय प्रधानमन्त्री जी से व्यक्तिगत मुलाकात कर एवं माननीय मुख्यमन्त्री जी से मुलाकात कर इस परियेाजना के कार्य हेतु बजट प्रावधान कर कार्य को गति प्रदान करने का आग्रह किया। जिस पर दोनों ने मुझे जनहितकारी एवं महत्वपूर्ण इस परियेाजना को गति प्रदान करने का आश्वासन दिया। 
 मै यहां बताना चाहता हूॅ कि उक्त रेलवे लाईन परियेाजना की धोषणा से दो लोकसभा क्षेत्र बाडमेर-जैसलमेर, एवं जालोर-सिरोही साथ ही सम्पूर्ण पश्चिमी राजस्थान के साथ ही गुजरात का क्षेत्र भी लाभान्वित होगा। इस योजना से भारत-पाक सीमा पर तैनात सुरक्षाबलों जैसे थल सेना, वायुसेना, सीमा सुरक्षा बल, अद्र्वसैनिक बल, एवं गुप्तचर संस्थाओं र्है 

 यह परियेाजना भारत सरकार के रेलवे मन्त्रालय एवं राजस्थान सरकार का संयुक्त उद्यम(Joint Venture) है। चूंकि इस परियेाजना से Armed Forces  भी लाभान्वित होगी इसलिए रक्षा मन्त्रालय से कुछ लेने राशि लेने के लिए दोनों मन्त्रालयों में विचार विमर्श हो रहा है।  इस संबंध में मेरे द्वारा लोकसभा में 13वीं लोकसभा में 20.4.2000, 16वीं लोकसभा में 15.2.2014,3.8.2015, एवं रेल्वे मन्त्रालय केा 13.5.2015,17.11.2015,09.3.2016, 17.3.2015, 28,12.2017, 20.3.2018 एवं 28.3.2018 एवं दिनांक 01.01.2018 को माननीय प्रधानमन्त्री जी को पत्र लिख कर एवं तात्कालिन माननीय रेल मन्त्री श्री सुरेश प्रभु को दिनांक 17.3.2017,28.3.2017 एवं 28.12.2017, व 20.3.2018  को श्री पीयुष गोयल सहाब से व्यक्तिगत मुलाकात कर निवेदन किया गया था। उन्होनें बताया कि यह परियोजना अत्यंत आवश्यक है और रेल विभाग, रक्षा मन्त्रालय एवं राजस्थान सरकार मिल कर इस कार्य केा प्रारम्भ करेगें। चूंकि काम बहुत धीमी गति से चल रहा है। जिससे समय पर कार्य होना प्रतीत नहीं हो रहा है। इससे जब इस रेल लाईन की धोषणा की गई थी तब लाभान्वित क्षेत्र की स्थानीय जनता अति उत्साह एवं हर्ष था। परन्तु उनकी यह आशा निराशा में बदली जा रही है। 
 आदरणीय अध्यक्ष महेादया जी मैं आपके माध्यम से माननीय प्रधानमन्त्री जी, रेल मन्त्री जी एवं राजस्थान की मुख्यमन्त्री जी  आपके द्वारा उक्त लम्बित एवं प्रतिक्षित परियेाजना की बजट धेाषणा के बाद यदि कार्य नहीं होता है तो पश्चिमी राजस्थान एवं गुजरात की जनता के साथ छलावा होगा। 
 अतः मेरा आपसे विनम्र आग्रह है कि आगामी बजट 2018-19 में नई रेललाईन जैसलमेर-बाडमेर- भाभर 338.94 किमी की 5000 करोड की लागत परियेाजना हेतु बजट प्रावधान कर कार्य प्रारम्भ करने हेतु निर्देष प्रदान कार्य को गति प्रदान करावें।

              लोकसभा में मुद्दा उठाने के बाद रेल मन्त्री पीयुष गोयल ने मामले की गम्भीरता केा देखते हुए सांसद कर्नल चैधरी को  संसद स्थित अपने कार्यालय में बुलाकर प्रकरण केा समझ कर त्वरीत कार्यवाही का आश्वान देते हुए कहा कि उक्त परियोजना को प्राथमिकता प्रदान करते हुए प्रारम्भ करवाया जायेगा इसी के साथ आपके क्षेत्र की भीमरलाई-चादेसरा क्रोसिंग पर बडा रेल्वे ब्रिज बनाने के संबंध मे मण्डोर एक्सप्रेस,सुर्यनगरी एक्सप्रेस,जोधपुर- जयपुर एक्सप्रेस,दिल्ली-सुजानगढ-भगत की कोठी (14705-06 15624/15623 कामाख्या-भगत की कोठी बाडमेर तक बढाया जाकर बाडमेर में ही पार्किग किया जावे। दिल्ली-बीकानेर, पुरी-जोधपुर, चैन्नई -जोधपुर जैसलमेर में ही पार्किग किया जाने मद्रास -जोधपुर (16125) ,गुवाहाटी एक्सप्रेस,यशवन्तपुरम एक्सप्रेस,जोधपुर से वाया समदडी मोकलसर, जालोर-अहमदाबाद, जैसलमेर- हावडा  जैसलमेर-मुंबई के फैरे बढाये जाने,चैन्नई- अहमदाबाद श्हम सफरश् जो नई संचालित की गई है उसको जोधपुर तक बढाने,12489/12490 दादर-बीकानेर जो सप्ताह में दो दिन चलती है। उसकेा प्रतिदिन किये जाने 19419/19420 केा बाडमेर भीलडी जालोर मोकलसर बालेातरा बायतू रूट करने के संबंध में,बाडमेर से चैन्नई नई रेल गाडी चलाई जावे। बाड़मेर बालोतरा-जोधपुर-डेगाना-लाडनू-खाटु-डीडवाना-सुरतगढ-रतनगढ-रेवाडी-दिल्ली -हावडा तक प्रतिदिन रेलगाडी चलाने,बाडमेर से मुम्बई वाया भीलडी अहदाबाद रेल सेवाऐं प्रारम्भ की जावे। जैसलमेर-बाडमेर-दिल्ली एक्सपे्रस में साधारण कोच की संख्या दिल्ली तक बढाई जावे।बालेातरा-बाडमेर रेल मार्ग पर भीमरलाई के पास अण्डर पास;त्न्ठद्ध बनाने हेतु।

बाडमेर-जोधपुर एवं जोधपुर-अजमेर  सवारी गाडी केा लूणी पर क्रोसिंग देने के संबंध में।गाडी संख्या 2248/2432 जोधपुर-दिल्ली सराय रोहिला-जोधपुर केा हरिद्वार तक विस्तार किये जाने गाडी संख्या 12329/12330 कलकता -नई दिल्ली साप्ताहिक को बाडमेर तक बढाया जावें। जोधपुर अहमदाबाद वाया भीलडी भगत की कोठी 14803 के प्रतिदिन करने। वलसाड-अहमदाबाद गुजराज क्वीन 19033 को पालनपुर तक बढाने,18244भगत की कोठी (जोधपुर-बिलासपुर) रात्रि शनिवार सुबह 01.35,18574 भगत की कोठी से विशाखपद्टनम,जोधपुर-पुरी शनिवार को शाम 2.00 बजे वाया भोपाल नागपुर स्टोपेज 21. 20813 जोधपुर पुरी इसे बाडमेर तक बढाने की मांग पर भी कार्यवाही की जायेगी। सांसद चैधरी ने बताया कि कई ट्रेने जोधपुर पर वैसे ही पडी रखती है उनको मांग अनुसार यदि बाडमेर जैसलमेर में पार्क किया जाता है तो रेल्वे के राजस्व मे बहुत बढावा होगा और लोगोंका सुविधा मिलेगी। बाडमेर जैसलमेर में क्षेत्र के ज्यादातर लोग रोजगार हेतु दक्षिण पूर्व भारत में रहते है साथ ही बायुसेना, बीएसएफ, थलसेना एवं गुप्तचर ऐजेन्सीयों की कई संस्थाओं के साथ ही देशी विदेशी पर्यटको एवं उद्योग जगत से जुडे व्यवसायीयों केा की सुविधा मिलेगी।

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