सोमवार और मंगलवार को शादियों के मुहूर्त हैं। इसके बाद 1 जुलाई को देवशयनी एकादशी के बाद से मांगलिक कार्यों पर पाबंदी लग जाएगी। इसके बाद 25 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर ही शहनाइयां बजेंगी। 29 जून को भडल्या नवमी पर अबूझ मुहूर्त है। इस साल नवंबर में 2 दिन और दिसंबर में 7 दिन ही मुहूर्त रहेंगे।

इसके बाद अगले वर्ष अप्रैल 2021 तक विवाह के लिए मुहूर्त का इंतजार करना होगा। नवंबर में देवउठनी एकादशी के बाद 26 व 27 नवंबर को विवाह मुहूर्त हैं, जबकि दिसंबर में 1, 2, 6, 7, 8, 9 व 11 तारीखों को ही विवाह के लिए मुहूर्त रहेंगे। इस तरह नवंबर-दिसंबर में देवउठनी एकादशी का दिन शामिल कर लिया जाए तो भी 10 दिन विवाह मुहूर्त रहेंगे।

पं अक्षय गौतम ने बताया कि नए साल 2021 में जनवरी से मार्च तक गुरु व शुक्र ग्रहों के अस्त रहने पर मुहूर्त नहीं रहेंगे। हालांकि 16 फरवरी 2021 को वसंत पंचमी पर अबूझ मुहूर्त वाला दिन होने के कारण विवाह हो सकते हैं।

अगले साल 46 दिन ही रहेंगे विवाह के मुहूर्त : अगले साल 22 अप्रैल 2021 से दिसंबर 2021 तक करीब 46 दिन मुहूर्त रहेंगे। अप्रैल में 6, मई में 10, जून में 11, जुलाई में 6, नवंबर में 7 और दिसंबर में 6 दिन मुहूर्त रहेंगे।



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