बोर्ड ने जिले के दो स्कूलों के 74 छात्र-छात्राओं का परिणाम रोक लिया। नोखा के निजी स्कूल के 34 स्टूडेन्ट्स का परिणाम इसलिए रोका गया है क्योंकि स्कूल ने भूरूपांतरण संबंधी दस्तावेज जमा नहीं करवाए थे। वहीं श्रीडूंगरगढ़ के राजकीय बालिका उमावि की 40 छात्राओं के परिणाम रोकने का कारण हेल्थ एंड ब्यूटी के अतिरिक्त सब्जेक्ट को बताया जा रहा है।

दोनों स्कूलों के स्टूडेंट्स और पेरेंट्स परिणाम रोके जाने से मायूस हो गए हैं। नोखा के निजी स्कूल को बोर्ड एग्जाम करवाने के लिए 2 साल पहले ही मान्यता मिली थी, लेकिन स्कूल की जमीन के भूरूपांतरण का मामला विचाराधीन है।

बोर्ड ने इसलिए इस स्कूल के स्टूडेन्ट्स का रिजल्ट रोक लिया है। स्कूल के डायरेक्टर ललित पालीवाल ने बताया कि इस संबंध में बोर्ड के अधिकारियों से बात हुई है। बुधवार को बात फिर होगी और इसी सप्ताह परिणाम जारी करने का आश्वासन दिया गया है।

इस स्कूल के स्टूडेन्ट्स को परीक्षा भी कोर्ट के आदेश पर ही दिलवाई गई थी। वहीं, श्रीडूंगरगढ़ के राजकीय बालिका उमावि की प्राचार्या पदमा कौशिक ने बताया कि स्कूल से अतिरिक्त सब्जेक्ट के अंक भेज दिए गए, लेकिन बोर्ड स्तर पर इन नंबरों को लेकर कोई खामी बताई जा रही है।

12वीं आर्ट्स की 15 छात्राओं का रिजल्ट भी रुका है
बोर्ड ने श्रीडूंगरगढ़ के इस स्कूल के 12वीं कक्षा की 15 छात्राओं का रिजल्ट भी हेल्थ एंड ब्यूटी के एक्स्ट्रा सब्जेक्ट की वजह से रोक रखा है। इस स्कूल में पिछले दो सालों से यह सब्जेक्ट पढ़ाया जा रहा है।

  • नोखा के निजी स्कूल के भूरूपांतरण का मामला विचाराधीन है। कोई जरूरत के कागजात स्कूल प्रशासन ने जमा नहीं करवाए, इसलिए यहां के स्टूडेन्ट्स का परिणाम एक बार रोका गया है। स्कूल प्रशासन जैसे ही सारे कागजात जमा करवा देगा, बोर्ड रिजल्ट जारी कर देगा। वहीं श्रीडूंगरगढ़ के राजकीय बालिका उमावि की छात्राओं के हेल्थ एंड ब्यूटी सब्जेक्ट के अंकों को लेकर तकनीकी खामी है। परिणाम जल्द जारी हो जाएगा। -उमाशंकर किराडू, डीओ माध्यमिक शिक्षा


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