फस्टैग वाहन चालकाें के मुसीबत बन गया है। टाेल प्लाजा पर फास्टैग से टाेल ताे कट रहा है, लेकिन मैसेज देर से आ रहा है। ऐसे में टाेल प्लाजा कर्मचारी बिना मैसेज दिखाए वाहनाें काे नहीं जाने दे रहे और वाहन चालकाें से नकद राशि वसूल कर रहे हैं। वाहन चालक नकद राशि जमाकर आगे निकलते हैं ताे 8-10 किमी दूर पहुंचने के बाद फास्टैग से टाेल कटने का मैसेज आ रहा है।
ऐसे में वाहन चालकाें काे एक ही टाेल प्लाजा पर दाे बार टाेल देना पड़ रहा है। हाईवे-52 पर राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के मंडाना टोल प्लाजा पर राेज ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं। चालकों का कहना है कि मैसेज दिखाने के बाद भी कर्मचारी टोल वसूल लेते हैं।
टोल संबंधी शिकायत नंबर1033 पर और ऑफिस में कर सकते हैं
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के प्राेजेक्ट डायरेक्टर जगदीश गुप्ता ने बताया कि अगर तकनीकी कारण से दो बार टोल कट जाता है, तो उसकी जांच करवा ली जाएगी। साथ ही उन लोगों को टोल वापस लौटा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए 1033 एक टोल फ्री नंबर पर उपभोक्ता शिकायत भी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के कोटा ऑफिस में भी आकर शिकायत की जा सकती है। दो बार टोल लेना गलत है। अगर किसी व्यक्ति के मैसेज देरी से आता है, तो वो पर्ची दिखाकर टोल से पैसा ले सकता है।
टाेल कट गया, लेकिन मशीन में नहीं आया
रंगबाड़ी निवासी परमानंद यादव ने बताया कि 4 जनवरी को कोटा से झालावाड़ जा रहे थे। मंडाना टोल पर उनका टोल कट गया, लेकिन वहां पर संचालकों ने उनकी बात नहीं मानी। परमानंद ने फास्टैग का मैसेज भी दिखाया, जिसमें टोल काटने की जानकारी थी, लेकिन वहां मौजूद कार्मिकों ने उनकी एक नहीं सुनी और जबरन उनसे नकद भुगतान ले लिया। उनका आराेप है कि वहां तैनात कर्मचारियाें ने अभद्रता भी की।
दो बार हो रही टोल वसूली
कोटा की नई धान मंडी निवासी निलेश मंडाना टोल नाके से गुजरे तो उनका मैसेज नहीं आया। इस पर वहां के टोल प्लाजा कर्मचारी ने उन्हें नहीं निकलने दिया और उनके फास्टैग को ब्लैक लिस्ट बता दिया। जब नकद भुगतान किया तो जाने दिया। टोल प्लाजा से 4 किलोमीटर आगे जाने के बाद फास्टैग से टाेल कटने का मैसेज अाया। ऐसे में उनसे दो बार टोल की वसूली हो गई। नीलेश का कहना है कि ऐसा उनके साथ दो-तीन बार हो चुका है।
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