कोरोन काल और लॉकडाउन से पैदा हुए आर्थिक संकट ने कई युवकों को अपराध की राह पर धकेल दिया है। जो पहले अपना व्यापार करके परिवार पाल रहे थे, वे अब जरायम की दुनिया में उतर गए हैं। ऐसा ही एक खुलासा 20 किलो गांजा समेत पकड़ गए युवक ने पुलिस के सामने किया तो पुलिस अफसर भी हैरान रह गए।
युवक ने पुलिस को बताया कि वो सालभर पहले तक रेलवे स्टेशन और ट्रेनों में चाय व कचौरी बेचता था। कोरोनाकाल के दौरान ट्रेनों का संचालन बंद हो गया और उसकी आर्थिक संकट से कमर टूट गई। कर्जा भी बढ़ गया। पैसा चुकाने और परिवार पालने के लिए वह गांजा सप्लाई करने लगा।
गांजा लेने फ्लाइट से जाता था उड़ीसा
डीएसपी भगवतसिंह हिंगड़ ने बताया कि आरोपी दीपक ने कबूला है कि वो उड़ीसा से गांजा लेकर कोटा में अच्छे दामों में बेचता था। कोटा में गांजे की डिलीवरी जल्दी दे सके, इसलिए वो गांजा लेने के लिए फ्लाइट से उड़ीसा जाता था। गांजा लाते समय पकड़ा न जाए, इसलिए वह बस से आता था और गांजे को बस की डिक्की में डालता था, ताकि कोई चैकिंग न कर सके।
काम की तलाश के दौरान तस्करों से हुई मुलाकात
दो दिन पहले रेलवे कॉलोनी पुलिस ने नाकाबंदी के दौरान दीपक जैन को 20 किलो 300 गांजे के साथ पकड़ा था। बड़ी मात्रा में गांजा मिलने से मामला अधिकारियों की नजर में आ गया। डीएसपी के अनुसार दीपक ने बताया कि पहले कभी ऐसा काम नहीं किया, लेकिन उसकी मजबूरी ने उसे यह करने को विवश कर दिया। लॉकडाउन में उसका धंधा बंद हो गया और खाने के लिए भी पैसे नहीं बचे। काम की तलाश में उसका पाला तस्करों से पड़ गया और उन्होंने अपने धंधे में उतार दिया।
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